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Cholesterol: यदि आपको कोलेस्ट्राल को कम करना है, तो खाएं यह तेल

HighLights

  • कोलेस्ट्रोल कम करना है तो खाएं घर का बना खाना।
  • कोलेस्ट्रोल बढ़ने का लक्षण हार्ट अटैक होता है।

Cholesterol: बदलती जीवनशैली और खानपान के कारण कम उम्र में ही युवाओं का कोलेस्ट्राल बढ़ने लगा है। हृदय रोगों के लिए जिन कारकों को खतरनाक माना जाता रहा है, उनमें से एक कोलेस्ट्राल का बढ़ना भी है। यदि समय पर कोलेस्ट्राल पर ध्यान नहीं दिया जाए तो कम उम्र में ही हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाने वाली समस्या का कारण बन सकता है।

कोलेस्ट्राल नींद पूरी नहीं होना, फास्ट फूड खाना, तनाव लेना व अधिक व्यायाम करने के कारण बढ़ता है। यदि हमें कोलेस्ट्राल कम करना हो तो हमेशा घर में बने खाने का ही सेवन करना चाहिए। कोलेस्ट्रोल बढ़ने का लक्षण हार्ट अटैक होता है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ कोलेस्ट्रोल के कारण ही दिल से जुड़ी बीमारियां होती हैं। ये दिल से जुड़ी बीमारियां होने का एक कारण है।

यह बात नईदुनिया के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में हृदय रोग विशेषज्ञ डा. भारत रावत ने कही। वे कोलेस्ट्राल व हृदय की समस्याओं के बारे में पाठकों के सवालों के जवाब दे रहे थे। साथ ही बताया कि कोलेस्ट्राल कम करने के लिए थोड़ी मात्रा में मूंगफली, सरसों तेल आदि का सेवन करना चाहिए। बचाव के लिए कच्ची घानी का तेल उपयोग करें। साथ ही दिन में एक सब्जी बिना तेल के ही बनाए। हर व्यक्ति को रोज समय पर छह से सात घंटे की अच्छी नींद लेना चाहिए। नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए।

कई बार बच्चों को जन्मजात कोलेस्ट्राल होता है। वहीं युवाओं को बाहर का खाना, नींद पूरी नहीं करने के कारण यह समस्या होती है। हमेशा खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जांच करवाकर डाक्टर की सलाह से इलाज करवाना चाहिए।
कई बार चलने के दौरान छाती में दर्द होता है और रुकने पर ठीक हो जाता है। यह दिल संबंधित होता है, इसलिए ध्यान देना चाहिए। वहीं हार्ट अटैक में सीने में तेज दर्द होना, पसीना आना आता है। यदि ऐसा कुछ हो तो तुरंत नजदीक के अस्पताल में जाकर इलाज करवाना चाहिए।
आजकल बाहर के खानपान का प्रचलन काफी बढ़ गया है। समय पर नींद पूरी नहीं करना और तनाव अधिक लेने लगे हैं। इस कारण से भी कम उम्र में यह समस्या होने लगी है। इससे बचाव के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें।

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