पटाखों से दूर ही रहें Asthma के मरीज, घुटने लगेगा दम, आ सकता है अस्थमा अटैक
दीवाली पर पटाखों की वजह से वायु प्रदूषण और ज्यादा बढ़ जाता है। इसके कारण अस्थमा के मरीजों को खासकर परेशानी हो सकती है। धुएं और केमिकल की वजह से अस्थमा अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हम यहां डॉक्टर के बताए कुछ टिप्स (Asthma Patients Diwali Tips) बचा रहे हैं जिन्हें अस्थमा या अन्य किसी रेस्पिरेटरी डिजीज के मरीजों को दीवाली पर जरूर फॉलो करना चाहिए।
HIGHLIGHTS
- दीवाली पर पटाखों की वजह से प्रदूषण बढ़ जाता है।
- पटाखों का धुआं अस्थमा के मरीजों के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
- दीवाली के मौके पर अस्थमा के मरीजों को अपना खास ध्यान रखना चाहिए।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Air Pollution During Diwali: वायु प्रदूषण अस्थमा और अन्य रेस्पिरेटरी डिजीज के मरीजों के लिए एक बड़ी समस्या है। प्रदूषण के कारण हवा में मौजूद हानिकारक कण और गैसें श्वांस नली को नुकसान पहुंचाती हैं और सांस लेने में कठिनाई पैदा करती हैं। ऐसे में इन मरीजों के लिए प्रदूषण से बचाव बेहद जरूरी है। खासकर दीवाली के समय, जब पटाखों की वजह से हवा में प्रदूषण का स्तर और ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए इस त्योहार के समय अस्थमा या दूसरी किसी रेस्पिरेटरी डिजीज के मरीजों को ज्यादा सावधान रहने (Asthma Patients Diwali Tips) की जरूरत होती है। यहां हम इसी बारे में जानने की कोशिश करेंगे कि कैसे प्रदूषण की वजह से इन लोगों को ज्यादा परेशानी हो सकती है और कैसे इससे बचाव (Asthma Care Diwali 2024) कर सकते हैं।
वायु प्रदूषण के प्रभाव
- अस्थमा के दौरे- प्रदूषण अस्थमा के दौरे को ट्रिगर कर सकता है।
- सांस लेने में कठिनाई- प्रदूषण से सांस लेने में कठिनाई होती है, खासकर फिजिकल एक्टिविटी के दौरान।
- फेफड़ों का फंक्शन बिगड़ना- लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से फेफड़े खराब हो सकते हैं।
- इन्फेक्शन का खतरा बढ़ना- प्रदूषण से इम्यून सिस्टम कमजोर होता है जिससे इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।