क्या आप भी मानते हैं बीयर पीने से निकल जाती है पथरी? ये है सच्चाई

नई दिल्ली. बीयर लवर खुशी हो या गम, दोस्तों के साथ बीयर पीने का बहाना ढूंढते रहते हैं। इतना ही नहीं कई लोग तो बीयर पीने के पीछे सेहत से जुड़े कई फायदे भी बताते हैं। हाल ही में एक सर्वे  किया गया जिसमें पता चला कि हर 3 में एक भारतीय यह मानता है कि बीयर पीने से गुर्दे की पथरी का इलाज होता है। सर्वेक्षण से इस बात का भी खुलासा हुआ है कि बीयर से पथरी का इलाज करने वाले 50 प्रतिशत लोग अपने गुर्दे की पथरी के इलाज में 6 महीने से लेकर दो साल तक की देरी करते हैं। यह सर्वे एक फेमस हेल्थ केयर प्रोवाइडर प्रिस्टिन द्वारा हाल ही में किया गया है, जिसमें कहा गया है कि बीयर पीने से पथरी के इलाज में मदद मिलती है, जो कि सिर्फ एक मिथ है।  

इस सर्वे में लगभग 1000 लोगों ने हिस्सा लिया। जिससे सामने आए आंकड़ों को देखकर पता चला कि लगभग 50 प्रतिशत लोगों ने गुर्दे की पथरी के इलाज में 6 महीने से अधिक की देरी की और 2 साल तक का समय लिया।

हालांकि, भारत में, क्रोनिक किडनी रोग से जुड़ा कोई राष्ट्रीय डेटा मौजूद नहीं है। बावजूद इसके गुर्दे की पथरी के बढ़ते मामले किसी और ही तरफ इशारा कर रहे हैं। लाइब्रेट के अनुसार, साल 2021 की तुलना में साल 2022 में गुर्दे की बीमारियों के लिए ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट में 180 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें गुर्दे की पथरी के लिए अधिकांश परामर्श शामिल हैं। इसके अलावा, गुर्दे की पथरी के लिए परामर्श देने वाले पुरुषों की संख्या महिलाओं की तुलना में 3 गुना अधिक पाई गई है। गुर्दे की पथरी के लिए सबसे आम जोखिम कारकों में से एक मधुमेह और उच्च रक्तचाप को देखा गया है। चिंता की बात यह है कि यह बात सिर्फ सर्वे में भाग लेने वाले केवल 14 प्रतिशत लोगों को ही पता थी। जबकि सर्वे में भाग लेने वाले आधे से ज्यादा लोग इस बात से अनजान थे कि किडनी पेशाब बनाती है। इस सर्वे में भाग लेने वाले सिर्फ  9 प्रतिशत लोग ही जानते थे कि गुर्दे भी प्रोटीन को तोड़ते हैं, और 7 प्रतिशत हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में गुर्दे की भूमिका के बारे में अवेयर थे। 

इसके अलावा फिटनेस और बॉडीबिल्डिंग के प्रति बढ़ती लोगों की लोकप्रियता ने कई लोगों को अपनी डाइट में प्रोटीन सप्लीमेंट्स शामिल करने के लिए मजबूर कर दिया। हालांकि ऐसा कोई वैज्ञानिक दावा या चिकित्सा अध्ययन नहीं है, सर्वेक्षण से पता चला है कि आधे से ज्यादा लोग मानते हैं कि प्रोटीन की खुराक गुर्दे की पथरी का कारण बन सकती है। ये सभी निष्कर्ष किडनी की सेहत के प्रति लोगों में जागरूकता की कमी को दिखाते हैं। 

कैसे बनती है गुर्दे की पथरी-
गुर्दे में पथरी कैल्शियम, ऑक्सलेट और कैल्शियम फॉस्फेट से बनती है। इसे खत्म करने का कोई ट्रीटमेंट नहीं है लेकिन कुछ घरेलू उपचारों से छोटे साइज की पथरी को निकाला जरूर जा सकता है। साथ ही बड़े साइज की पथरी के लिए ऑपरेशन की ही सलाह दी जाती है।

क्या बीयर गुर्दे की पथरी को बाहर निकालने में मदद करती है?
गुर्दे की पथरी और बीयर के बीच सीधा संबंध स्थापित नहीं किया गया है, लेकिन इसका अप्रत्यक्ष प्रभाव हो सकता है। बियर एक मूत्रवर्धक है, जो अधिक मूत्र त्यागने में मदद करती है। कई अध्ययनों के अनुसार यह कहा जा सकता है कि छोटे साइज की पथरी को दूर करने के लिए तो नियमित मात्रा में बियर पीना फायदेमंद है लेकिन पुरानी और बड़ी साइज की पथरी को निकालने के लिए यह हानिकारक हो सकता है। ध्यान रखें, 5 मिमी से अधिक आकार के स्टोन को बीयर की मदद से शरीर से बाहर नहीं निकाला जा सकता है क्योंकि निकास मार्ग लगभग 3 मिमी का ही होता है। 

क्या बीयर गुर्दे की पथरी का कारण बन सकती है-

निर्जलीकरण-
लंबे समय तक बीयर का सेवन निर्जलीकरण का कारण बन सकता है, जिससे गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ जाता है। बियर में ऑक्सलेट होता है जो पथरी बनने का कारण है।

मोटापा-
बियर के सेवन से आपका वजन बढ़ सकता है। अधिक वजन होना (मोटापा) भी गुर्दे की पथरी के लिए एक और जोखिम कारक है।

यूरिक एसिड-
बीयर में ऐसे घटक होते हैं जो आपके शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ा सकते हैं, जिससे किडनी में यूरिक एसिड क्रिस्टल का खतरा बढ़ जाता है।

स्टोन से बचने के लिए इन ऑक्सालेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें- 
-बीट
-पालक
-बादाम

स्टोन से कैसे करें बचाव-
पानी का सेवन- 

कम से कम 2 लीटर पानी रोजाना पिएं जो छोटे स्टोन को बाहर निकालने में मदद करेगा।

सोडियम के अधिक सेवन से बचें-
सोडियम मूत्र में कैल्शियम के स्तर को बढ़ाकर पथरी बनने की संभावना को बढ़ा सकता है। ऐसे में अपने आहार में सोडियम की मात्रा कम रखें।

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