Plastic Surgery In Jabalpur : समय से इलाज मिले तो जुड़ सकते हैं कटे अंग, जानें क्या कैसे
HIGHLIGHTS
- कटे हुए अंग को साफ कर पालीथिन में सुरक्षित रख लें।
- बफ का उपयोग करें ताकि अंग खराब न होने पाए।
- चिपकी हुई अंगुलियां, कटे फटे होंठ व तालू का उपचार भी संभव है।
Plastic Surgery In Jabalpur : किसी हादसे में यदि कोई अंग कट जाए तो समय पर इलाज से उसे जोड़ा जा सकता है। इसके लिए आवश्यक है कि कटे हुए अंग को साफ कर पालीथिन में सुरक्षित रख लें। बफ का उपयोग करें ताकि अंग खराब न होने पाए। समय से अस्पताल पहुंच जाएं जहां आपरेशन से उसे जोड़ा जा सकता है।
चिपकी हुई अंगुलियां, कटे फटे होंठ व तालू का उपचार भी संभव है
हादसे के उपरांत कटी अंगुलियां, कटे हुए हाथ-पैर जोड़ने, अन्य चोटों को ठीक करने के लिए प्लास्टिक सर्जरी कारगर है। जन्मजात विकृतियां कान का न बना होना, कान व नाक का छेद छोटा होना, चिपकी हुई अंगुलियां, कटे फटे होंठ व तालू का उपचार भी संभव है। समय से उपचार न कराने पर यन विकृतियां का निदान मुश्किल हो जाता है।
चेहरे पर आई विकृति को भी प्लास्टिक सर्जरी से ठीक किया जा सकता है
चेहरे के दाग ध्ब्बे, किसी हादसे के कारण चेहरे पर आई विकृति को भी प्लास्टिक सर्जरी से ठीक किया जा सकता है। तमाम लोग अपने अंगों जैसे नाक, कान, होंठ आदि को बेहतर आकार देने के लिए इस सर्जरी का सहारा लेते हैं। आग से जले मरीजों की त्वचा चिपक जाती है। आपरेशन से काफी हद तक इसे ठीक किया जा सकता है। नाक अथवा चेहरे कि किसी अन्य अंग का टेढ़ापन भी प्लास्टिक सर्जरी से दूर किया जा सकता है।