Kidney Disease: बीमार किडनी शुरुआत में देती है ये सामान्य संकेत, तत्काल हो जाएं अलर्ट

HIGHLIGHTS
- जब किडनी ठीक से फिल्टर नहीं कर पाते हैं तो शरीर में टॉक्सिन बढ़ने लगता है।
- विषाक्त पदार्थ मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकलने के बजाय रक्त में ही रहते हैं।
- मोटापे और क्रोनिक किडनी रोग के बीच भी एक संबंध है।
लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। शरीर को स्वस्थ में किडनी का विशेष योगदान है। किडनी हमारे शरीर में टॉक्सिन को बाहर निकालने का काम करते हैं। अनियमित दिनचर्या और खानपान में लापरवाही के कारण आजकल कम उम्र में ही लोगों को किडनी से जुड़ी समस्या होने लगी है। ऐसे में किडनी से जुड़ी समस्या होने से पहले ही इससे जुड़े हुए शुरुआती संकेतों को समझना बेहद जरूरी है। शुरुआती लक्षणों के प्रति ही यदि हम अलर्ट रहेंगे तो भविष्य में किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारी से बच सकते हैं। इस बारे में ज्यादा जानकारी दे रहे हैं बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ. समीर।
बहुत ज्यादा थकान होना
किडनी की कार्यक्षमता में गंभीर कमी से रक्त में विषाक्त पदार्थों और अशुद्धियों की बढ़ोतरी हो जाती है। इस कारण से लोगों को थकान, कमजोरी महसूस हो सकती है। किडनी रोग की एक और जटिलता एनीमिया है। एनीमिया होने पर भी कमजोरी और थकान हो सकती है।
अच्छी नींद नहीं होगी
जब किडनी ठीक से फिल्टर नहीं कर पाते हैं तो शरीर में टॉक्सिन बढ़ने लगता है। विषाक्त पदार्थ मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकलने के बजाय रक्त में ही रहते हैं। इससे नींद प्रभावित होती है। मोटापे और क्रोनिक किडनी रोग के बीच भी एक संबंध है। क्रोनिक किडनी रोग वाले लोगों में स्लीप एपनिया की समस्या आम है।
त्वचा शुष्क और खुजली होना
किडनी यदि ठीक तरह से काम नहीं करती है तो इसके लक्षण स्किन पर भी दिखाई देने लगते हैं। शरीर में टॉक्सिन बढ़ने पर स्किन रूखी और खुजली युक्त हो जाती है। इन संकेतों को अनदेखा नहीं करना चाहिए।
अधिक बार पेशाब आना
यदि आपको बार-बार पेशाब आ रही है तो किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है। जब किडनी के फिल्टर क्षतिग्रस्त हो जाते हैं तो इससे पेशाब करने की इच्छा बढ़ सकती है। कभी-कभी यह पुरुषों में मूत्र संक्रमण या बढ़े हुए प्रोस्टेट का संकेत भी हो सकता है। इसके अलावा मूत्र में रक्त के कण भी दिखाई दे सकते हैं।
आंखों के आस-पास सूजन
आंखों के पास सूजन होना भी किडनी की खराबी के शुरुआती संकेत हैं। इसे पफी आई सिंड्रोम कहते हैं। इसमें किडनी शरीर का बहुत सारा प्रोटीन यूरिन को सप्लाई करने लग जाती है।