National Stress Awareness Day 2024: पुरुषों से दो गुना से ज्यादा तनाव में रहती हैं महिलाएं, एक साथ कई रोल में फिट होने की ललक भी एक कारण
हर साल 6 नवंबर को राष्ट्रीय तनाव जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। साथ ही यह युद्ध और सशस्त्र संघर्ष में पर्यावरण के शोषण को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस का भी दिन है।
HIGHLIGHTS
- ग्वालियर में मनोरोग विभाग की ओपीडी के आंकड़े
- तनाव के कारण महिलाओं में अन्य स्वास्थ्य समस्याएं
- वर्क होम लाइफ बैलेंस जैसे मामले तनाव का कारण
हेल्थ डेस्क, इंदौर (National Stress Awareness Day 2024)। पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा तनाव में रहती हैं। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक हजार बिस्तर अस्पताल के मनोरोग विभाग की ओपीडी के आंकड़े भी इस बात को पुष्ट करते हैं।
ओपीडी में जहां 10 पुरुष उपचार के लिए पहुंचते हैं, वहीं महिलाओं की संख्या 20 से 25 होती है। मनोरोग चिकित्सक का कहना है कि एक साथ कई रोल में फिट होने की ललक, बॉडी इमेज से जूझना, कई हेल्थ समस्याओं से परेशान, परिवार साथ होने पर भी अकेले होने का एहसास, अत्यधिक काम का दबाव, वर्क होम लाइफ बैलेंस जैसे कई मामले महिलाओं परेशान करते हैं।
तनाव के कारण महिलाओं में आ रही ये समस्याएं
मनोरोग चिकित्सक का कहना है कि तनाव के कारण महिलाओं को सिर दर्द, पेट की समस्या, थकावट और चिढ़चिढ़ेपन की शिकायत ज्यादा रहती है। इसके साथ ही 25 से 45 आयु वर्ग की महिलाएं ज्यादा तनाव में हैं।
ओपीडी में अगर 80 मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं तो उनमें महिलाओं की संख्या 20 से 25 होती है। कामकाजी महिलाओं को इस बात का तनाव रहता है कि अगर उन्होंने हर जगह खुद को साबित नहीं किया तो लोग उन्हें कमतर समझेंगे।
कम उम्र में मां बनना भी बढ़ा देता है तनाव
स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ महिलाओं के तनाव को लेकर बताती है कि मां बनने के बाद महिलाएं जिम्मेदारियों और प्रेशर से ही नहीं बल्कि तनाव से भी भर जाती हैं।
बच्चे ने खाना खाया या नहीं, उसे अच्छी परवरिश देने, उसकी सुरक्षा, ऐसी कई चीजों को लेकर उनको तनाव रहता है। महिलाओं को अपने संतान की सेहत और सुरक्षा को लेकर जीवनभर तनाव रहता है। वहीं बच्चा छोटा है तो उसकी जिम्मेदारी को लेकर वह स्ट्रेस लेवल को बढ़ा लेती हैं।
तनाव प्रबंधन के लिए यह करें
- लाइफस्टाइल और खानपान संबंधी आदतों में सुधार करना।
- नियमित शारीरिक गतिविधि, योग-व्यायाम करें।
- गहरी सांस वाले अभ्यास, मेडिटेशन और लाफिंग योग भी तनाव में राहत दिलाते हैं।
- परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं। अपने शौक वाली चीजें करें जैसे किताब पढ़ना या संगीत सुनना।
- उन चीजों या लोगों से दूरी बनाकर रखें जिनसे तनाव की समस्या होती है।
- भरपूर नींद लें और स्वस्थ-संतुलित आहार का सेवन करें।