Cyclone Asna: चक्रवाती तूफान असना से गुजरात को मिली राहत, अब पाकिस्तान पर मंडराया बाढ़ का खतरा
Cyclone Asna In Pakistan: पाकिस्तान मौसम विभाग के अधिकारियों ने मानसून के मौसम में चक्रवात के बनने को एक दुर्लभ घटना बताया है। मौसम विज्ञानी डॉ. सरफराज ने कहा कि मानसून में चक्रवात असामान्य होते हैं। यह तूफान 1976 के बाद अगस्त में अरब सागर में आने वाला पहला चक्रवात है।
HIGHLIGHTS
- अब तक तीन तूफान अरब सागर से उठे हैं।
- सिंध प्रांत के मछुआरों के लिए चेतावनी जारी।
- कराची में भारी बारिश की आशंका जताई है।
एजेंसी, कराची। Cyclone Asna: चक्रवात असना आज (शनिवार) को पाकिस्तान के समुद्र तट से दूर चला गया, जो कराची से करीब 200 किमी दूर है। हालांकि अभी भी मौसम प्रणाली के कारण भारी बारिश की आशंका है।
पाकिस्तान मौसम विभाग (PMD) ने गुरुवार को अलर्ट जारी कर कहा था कि एक गहरा अवदाब व्यापाक बारिश लाएगा, जो शुक्रवार को तीव्र होकर चक्रवात असना में तब्दील हो गया है।
पीएमडी के अनुसार, सिंध तट से दूर उत्तर-पूर्व अरब सागर के ऊपर बना चक्रवात पिछले 9 घंटों के दौरान पश्चिम की तरफ बढ़ गया है। अब यह कराची से करीब 200 किमी दक्षिण-पश्चिम, ओरमारा से 220 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व और ग्वादर से 380 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है।
तेज गति से आगे बढ़ रहा चक्रवात
मौसम विभाग ने कहा कि यह प्रणाली पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर आगे बढ़ेगा। संयुक्त तूफान चेतावनी केंद्र (JTWC) के अनुसार, चक्रवात तूफान कराची से 187 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित था। 13 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। चक्रवात असना की गति 12 घंटों में बढ़कर 85 किमी/घंटा हो जाने की संभावना है।
इन इलाकों में तेज बारिश की भविष्यवाणी
इसके प्रभाव से कराची संभाग के साथ-साथ बादिन, थट्टा, सुजावल, टांडो मुहम्मद खान, टांडो अल्लाहयार, मटियारी, जमशोरो और दादू जिलो में भारी बारिश के साथ बौछारे पड़ने और तेज हवाएं चलने की संभावना है। पीएमडी ने कहा, बलूचिस्तान के लासबेला, अवारन, केच और ग्वादर जिलों में रविवार रात तक तीव्रता की बारिश हो सकती है।
मछुआरों के लिए चेतावनी जारी
पाकिस्तानी मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है। समुद्र की स्थिति बहुत खराब रहने की संभावना है। सिंध और बलूचिस्तान के मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।