Pathri Ki Bimari: ज्यादा चॉकलेट खाने से भी होती है पथरी… डॉ. विशाल कीर्ति जैन ने बताया- कब आती है ऑपरेशन की नौबत
नईदुनिया के हैलो डॉक्टर प्रोग्राम में इस बार सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डिपार्टमेंट ऑफ यूरोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विशाल कीर्ति जैन ने हिस्सा लिया। उन्होंने पथरी (Pathri Ki Bimari) की बीमारी से जुड़े पाठकों के सवालों के जवाब दिए।
HIGHLIGHTS
- हेलो डाक्टर कार्यक्रम में बोले विशेषज्ञ
- पथरी से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में पीएं पानी
- खानपान का भी रखें ध्यान, पढ़िए सवाल-जवाब
इंदौर। हैलो डॉक्टर प्रोग्राम में इस बार सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के डिपार्टमेंट ऑफ यूरोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विशाल कीर्ति जैन ने बताया कि अनुवांशिक कारणों से, पानी कम मात्रा में पीने के कारण और खाने में अधिक ऑक्सलेट वाले (काजू , चॉकलेट, हरी पत्तेदार सब्जियां) पदार्थ खाने से पथरी बनती है।
पथरी के लक्षण में पीठ में एक तरफ असहनीय दर्द होता है, जो आगे की तरफ अंडकोष की ओर फैलता-सा महसूस होता है। दर्द के साथ पेशाब में खून आना और उल्टी जैसे लक्षण होते हैं।
4 एमएम से 6 एमएम तक की छोटी पथरी निकल जाने की संभावना अत्यधिक होती है। 6 एमएम से 8 एमएम तक की पथरी कुछ मामलों में निकल जाती है, लेकिन यदि पथरी किडनी से पेशाब के रास्ते में रुकावट उत्पन्न कर रही है या 8 एमएम से ज्यादा बड़ी है तो इसे ईएसडब्ल्यूएल या दूरबीन ऑपरेशन के द्वारा निकालने की आवश्यकता होती है।
डॉ. जैन ने बताया कि 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पुरुषों में प्रोस्टेट की समस्या देखने को मिलती है। इसे पौरुष ग्रंथि भी कहते हैं।
प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ने के लक्षण
- रात में बार-बार पेशाब आना
- पेशाब रोक नहीं पाना
- पेशाब के दौरान जोर लगाना
- पेशाब की धार पतली आना
- रुक-रुककर पेशाब आना
पाठकों के सवाल, चिकित्सक के जवाब
सवाल- मुझे प्रोस्टेट की समस्या है। प्रोस्टेट ग्रंथि के सामान्य बढ़ने और प्रोस्टेट कैंसर को कैसे समझ सकते हैं? – सुनील कुमार, इंदौर
- जवाब- इसमें दो तरह की जांच होती है। सीरम पीएसए और डीआरई। यदि इसमें कोई लक्षण नजर आता है तो बायोप्सी की जाती है, जिसके बाद कैंसर का पता चलता है। प्रोस्टेट कैंसर का इलाज स्टेज के अनुसार किया जाता है। यह धीमे बढ़ने वाला कैंसर है और दवाओं से इसके बढ़ने की गति को नियंत्रित किया जा सकता है। 40 वर्ष की उम्र के बाद पुरुषों में सिरम पीएसए की जांच हर वर्ष करवाना चाहिए।
सवाल- सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के यूरोलाजी विभाग में इलाज कैसे ले सकते हैं? – नवीन, इंदौर
- जवाब- हमारे विभाग की सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को ओपीडी रहती है। इन दिनों में आकर आप विशेषज्ञ को दिखा सकते हैं।
सवाल- रात में बार-बार पेशाब आती है। इसका क्या कारण है? – भारती ठाकुर (विजय नगर), कृष्णकांत पाठक (सुदामा नगर)
- जवाब- इसके कई कारण हो सकते हैं। यदि हम सोने के पहले या रात में अधिक मात्रा में पानी पीते हैं तो बार-बार पेशाब आती है। सोने के दो घंटे पहले तक ही हमें पानी पीना चाहिए, इसके बाद प्यास लगे तो कम मात्रा में पानी पीएं।
सवाल- मेरे पिता 82 वर्ष के हैं। उन्हें बार-बार पेशाब आती है। क्या करें? – महेश काबरा, इंदौर
- जवाब- यह प्रोस्टेट बढ़ने की समस्या हो सकती है। आप इसे नजरअंदाज न करें, इसका पूर्ण इलाज संभव है। इसके लिए सोनोग्राफी सहित अन्य जांच होती है, जो यूरोलॉजिस्ट की सलाह से करवाकर पता कर सकते हैं।
सवाल- पथरी के क्या लक्षण होते हैं और यह किस उम्र तक होती है? -राजेश अग्रवाल (देवास), अनिल कोचाले (इंदौर)
- जवाब- पथरी के लक्षण पीठ में एक तरफ तेज दर्द होता है जो नीचे की तरफ अंडकोष में जाता हुआ-सा महसूस होता है। पेशाब में खून आना, उल्टी, बार-बार पेशाब आना या पेशाब करने की इच्छा होना लेकिन पेशाब न उतरना आदि लक्षण हो सकते हैं। पथरी किसी भी आयु वर्ग में हो सकती है, लेकिन युवाओं में सबसे अधिक होती है।
सवाल- एक बार सोनोग्राफी करवाई थी। उसमें सिस्टाइटिस बताया था। यह क्या है? – गौरव अग्रवाल, पलासिया
- जवाब- सिस्टाइटिस पेशाब की थैली का संक्रमण है। जलन के साथ पेशाब का होना, बार-बार पेशाब का आना, पेशाब में खून आना इसके लक्षण होते हैं। यह एक बहुत ही आम समस्या है। यह सामान्य एंटीबायोटिक द्वारा ठीक हो जाती है। एंटीबायोटिक डॉक्टर की सलाह से ही लेना उचित रहता है।
सवाल- क्या कैल्शियम के सेवन से पथरी बढ़ जाती है? – विनोद राठौर, इंदौर
- जवाब- ऐसा बिल्कुल नहीं होता है, यह सिर्फ भ्रांति है। जबकि कैल्शियम से इसकी संभावना कम हो जाती है।