एक मास रखा व्रत … अब आहार में रखें सावधानी, सेहत पर भारी पड़ सकती है असावधानी

डाइटिशि‍यन का कहना है कि माहभर लोगों ने सावन के व्रत के कारण फलाहारी और स्वस्‍थ भोजन किया। अब व्रत खत्म हो गए हैं। इसलिये लोग अपने पसंदीदा गरिष्ठ भोजन को पसंद करेंगे, लेकिन ऐसा करना स्‍वास्‍थ्‍य के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।

HIGHLIGHTS

  1. सतर्कता बरतें और गरिष्ठ भोजन, मांसाहार, जंक फूड, फास्ट फूड से रखें परहेज।
  2. व्रत के बाद सामान्य तौर पर भोजन करने की हड़बड़ाहट से बिगड़ सकता है स्‍वास्‍थ्‍य।
  3. व्रत के बाद गरिष्ठ, मांसाहार, जंक फूड, फास्ट फूड आदि से परहेज करना चाहिये।

श्रावण मास का समापन सोमवार हो गया। इसी के साथ जिन्होंने पूरे महीने व्रत किया, वे भी अब मंगलवार से अपनी सामान्य दिनचर्या आरंभ करेंगे। पहले की तरह एक बार फिर लोग आम दिनों की तरह भोजन करना शुरू करेंगे। मगर इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि जरा सी असावधानी कहीं सेहत पर भारी न पड़ जाए। एक तो इस मौसम में बारिश जनित रोग होने की आशंका और उस पर एक मास के व्रत के बाद सामान्य तौर पर भोजन करने की हड़बड़ाहट स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित न हो जाए।

व्रत के जरिये शरीर से जो टाॅक्सिन बाहर निकले हैं, वे अनदेखी के कारण तेजी से न बढ़ जाएं, इसका ध्यान रखना जरूरी है। दिनचर्या में भोजन को किस तरह शामिल किया जाए, इस पर इंदौर शहर के डाइटिशियन का कहना है कि एक माह व्रत के बाद गरिष्ठ, मांसाहार, जंक फूड, फास्ट फूड आदि से परहेज करें और भोजन में फल, दूध व मोटे अनाज को शामिल करें।

 
 

naidunia_image

  • विशेषज्ञों का मानना है कि व्रत के समय कई लोग एक समय शुद्ध भोजन करते हैं। परंतु शाम का भोजन वे देर रात नहीं करते हैं।
  • इसके पीछे धार्मिक पहलू के साथ ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी शामिल होता है। रात का भोजन देर से करने से सिरदर्द, कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
  • ऐसे में, भले ही भोजन पौष्टिक हो, लेकिन सेहत पर उसका असर बुरा ही देखने को मिलता है और आप इसके जरूरी पोषक तत्वों से दूर रह जाते हैं, जिससे एनर्जी भी लो देखने को मिलती है।
  • व्रत के दिनों की तरह ही सावन खत्म होने के बाद भी हमें रात का भोजन जल्दी करने की आदत बनाए रखनी चाहिए।

naidunia_image

गरिष्ठ भोजन से करें परहेज

माहभर लोगों ने फलाहारी और स्वस्‍थ भोजन कर रहे थे। अब व्रत खत्म होते ही लोग नाॅन वेज और अपने पसंदीदा गरिष्ठ भोजन लेना पसंद करते हैं। ऐसे में उन्हें पलटी, लूज मोशन, एसिडिटी की शिकायत होती है। इस दिनों बारिश की मौसम चल रहा है। अगर हमने भोजन में सावधानी नहीं रखी तो वायरल फीवर हो सकता है। माह भर नाॅनवेज न खाने के बाद अचानक नाॅनवेज खाने से अपच हो सकती है। स्वास्थ्य सही रखने के लिए सात्विक भोजन करना चाहिए। ब्रेकफाॅस्ट से लेकर डिनर तक लोगों को बैलेंस डाइट लेना चाहिए। भोजन में मिलेट्स भी शामिल करें ताकि भरपूर प्रोटीन और फाइबर मिल सके।– डाॅ रुमानी जैन, डाइटिशियन
naidunia_image90-10 प्रतिशत के नियम का करें पालन
लोगों ने स्वाद और मन को दरकिनार रखकर एक माह जंकफूड और फास्टफूड से दूरी बनाई है। इस दौरान शरीर में कोशिकाओं की सफाई हुई। अब हमें पुन: अपनी दिनचर्या में आने के लिए सावधान रहना चाहिए। व्रत के दौरान कई ऐसे लोग भी रहे, जिन्होंने बाहर की पैकेट बंद चीजों से भी परहेज किया है। अब उन्हें अपनी इस आदत को जारी रखना चाहिए। जंकफूड या फास्टफूड से हमारे शरीर में लंबे समय बाद घातक असर दिखते हैं। हमें 90 और 10 नियम का पालन करना चाहिए। यानी 90 प्रतिशत घर का शुद्ध भोजन और 10 प्रतिशत के बाहर के खाद्य पदार्थ। इस 10 प्रतिशत में जंक फूड, फास्ट फूड, पैकेट बंद आइटम आदि शामिल हैं। घर के अलावा जो भी खाद्य पदार्थ हैं, हमें केवल उनका स्वाद चखने के लिए सेवन करना चाहिए। 
 
एक माह व्रत के बाद यूं रखें अपना ख्याल
  • वेजिटेबल सूप लें।
  • हल्का खाना खाएं।
  • हल्दी दूध लें।
  • फास्टफूड और जंक फूड से परहेज करें।
  • फलों का सेवन करते रहें।
  • भोजन में मोटा अनाज शामिल करें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button