एक मास रखा व्रत … अब आहार में रखें सावधानी, सेहत पर भारी पड़ सकती है असावधानी
डाइटिशियन का कहना है कि माहभर लोगों ने सावन के व्रत के कारण फलाहारी और स्वस्थ भोजन किया। अब व्रत खत्म हो गए हैं। इसलिये लोग अपने पसंदीदा गरिष्ठ भोजन को पसंद करेंगे, लेकिन ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
HIGHLIGHTS
- सतर्कता बरतें और गरिष्ठ भोजन, मांसाहार, जंक फूड, फास्ट फूड से रखें परहेज।
- व्रत के बाद सामान्य तौर पर भोजन करने की हड़बड़ाहट से बिगड़ सकता है स्वास्थ्य।
- व्रत के बाद गरिष्ठ, मांसाहार, जंक फूड, फास्ट फूड आदि से परहेज करना चाहिये।
श्रावण मास का समापन सोमवार हो गया। इसी के साथ जिन्होंने पूरे महीने व्रत किया, वे भी अब मंगलवार से अपनी सामान्य दिनचर्या आरंभ करेंगे। पहले की तरह एक बार फिर लोग आम दिनों की तरह भोजन करना शुरू करेंगे। मगर इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि जरा सी असावधानी कहीं सेहत पर भारी न पड़ जाए। एक तो इस मौसम में बारिश जनित रोग होने की आशंका और उस पर एक मास के व्रत के बाद सामान्य तौर पर भोजन करने की हड़बड़ाहट स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित न हो जाए।
व्रत के जरिये शरीर से जो टाॅक्सिन बाहर निकले हैं, वे अनदेखी के कारण तेजी से न बढ़ जाएं, इसका ध्यान रखना जरूरी है। दिनचर्या में भोजन को किस तरह शामिल किया जाए, इस पर इंदौर शहर के डाइटिशियन का कहना है कि एक माह व्रत के बाद गरिष्ठ, मांसाहार, जंक फूड, फास्ट फूड आदि से परहेज करें और भोजन में फल, दूध व मोटे अनाज को शामिल करें।
- विशेषज्ञों का मानना है कि व्रत के समय कई लोग एक समय शुद्ध भोजन करते हैं। परंतु शाम का भोजन वे देर रात नहीं करते हैं।
- इसके पीछे धार्मिक पहलू के साथ ही वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी शामिल होता है। रात का भोजन देर से करने से सिरदर्द, कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
- ऐसे में, भले ही भोजन पौष्टिक हो, लेकिन सेहत पर उसका असर बुरा ही देखने को मिलता है और आप इसके जरूरी पोषक तत्वों से दूर रह जाते हैं, जिससे एनर्जी भी लो देखने को मिलती है।
- व्रत के दिनों की तरह ही सावन खत्म होने के बाद भी हमें रात का भोजन जल्दी करने की आदत बनाए रखनी चाहिए।
गरिष्ठ भोजन से करें परहेज
- वेजिटेबल सूप लें।
- हल्का खाना खाएं।
- हल्दी दूध लें।
- फास्टफूड और जंक फूड से परहेज करें।
- फलों का सेवन करते रहें।
- भोजन में मोटा अनाज शामिल करें।