Dehydration In Monsoon: मानसून में होता है अधिक डिहाइड्रेशन, ओआरएस और नारियल पानी का सेवन जरूरी
दैनिक जीवन में पानी का इनटेक कम होना वहीं उमस के कारण शरीर से अधिक पसीना निकलना डिहाइड्रेशन या कहें कि शरीर में पानी की कमी का कारण बनता है। ऐसे मे कई बार लोगों को कई तरह की बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ जाता हैं। चिकित्सक भी इस बारे में गंभीरता बरतने और पानी की कमी न होने देने की बात कहते हैं।
HIGHLIGHTS
- गर्मी की अपेक्षा इस मौसम में लोगों को डिहाइड्रेशन अधिक होता है
- उमस में पसीना निकलता है और शरीर में पानी कम हो जाता है।
- इस समय शरीर में इलेक्ट्रोलाइड्स की भी कमी हो जाती है।
दैनिक जीवन में पानी का इनटेक कम होना वहीं उमस के कारण शरीर से अधिक पसीना निकलना डिहाइड्रेशन या कहें कि शरीर में पानी की कमी का कारण बनता है। ऐसे मे कई बार लोगों को कई तरह की बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ जाता हैं। शहर के चिकित्सक भी इस बारे में गंभीरता बरतने और पानी की कमी न होने देने की बात कहते हैं। चिकित्सकों का मानना है कि अधिक पसीना निकलने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइड्स की भी कमी हो जाती है, जो लोगाें के लिए बड़ी परेशानी बन सकती है।
ऐसे करें शरीर को हाइड्रेट
पानी का इनटेक जरूरी
चिकित्सक की सलाह माने तो डा सिद्घि शर्मा का कहना है कि भले ही मौसम के बदलाव के कारण प्यास नहीं लगती है, लेकिन फिर भी लोगों को पूरे दिन में 5 से 6 गिलास पानी अनिवार्य रूप से पीना चाहिए । शरीर में पानी की कमी नहीं होने देना चाहिए । लगातार पानी का इनटेक होने से शरीर में पानी की मात्रा तो संतुलित रहती ही है वहीं शरीर में मौजूद टाक्सिक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है।
दैनिक जीवन में जोडें नारियल पानी
डा एनएच शर्मा का इस बारे में कहना है कि शरीर में पानी की मात्रा पूरा करने के लिए व्यक्ति अन्य उपाय भी अपना सकता है। जिसमें अपने दैनिक जीवन में नारियल पानी का सेवन अनिवार्य रुप से करना शुरू कर दे । इससे पानी के अलावा विटामिन और मिनिरल्स की कमी भी पूरी होती है साथ ही पाचन तंत्र भी ठीक रहता है। बता दें इसके अलावा अपने दैनिक आहार में दही और खीरा व लौकी को शामिल कर के भी शरीर में पानी की कमी होने से बचाया जा सकता है।
इलेक्ट्राल पाउडर का सेवन करें
डा अश्विन का कहना है कि इस मौसम में कई बार पसीके के साथ साथ शरीर का सोडियम और इलेक्ट्रोलाइड्स भी शरीर से बाहर निकल जाते हैं, जिससे उनकी कमी शरीर में होने लगती है। अब ऐसे में आपको पता नहीं चल पाता है कि इसकी कमी शरीर में हो रही है। ऐसे में चिंता न करते हुए व्यक्ति को सप्ताह में दो से तीन बार इलेक्टाल पाउडर का सेवन भी करना चाहिए ।