दिल्ली के जहांगीरपुरी समेत कई शहरों में हिंसा का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, NIA से जांच की मांग
नई दिल्ली. दिल्ली के जहांगीपुरी समेत देश के अन्य इलाकों में हुई हाल ही हिंसा मामले की आंच सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई है। देश की शीर्ष अदालत में देश के अलग-अलग शहरों में हुई हिंसा की एनआईए से जांच कराने की मांग की गई है। ये मांग वकील विनीत जिंदल की ओर से याचिका दाखिल करके की गई है। खास बात यह है कि याचिकाकर्ता ने कहा है कि कई राज्यों में हुई ऐसी घटनाएं सिर्फ संयोग नहीं हो सकतीं। इनके तार आपस मे जुड़े हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सभी मामलों की साझा जांच NIA से करवाने की जरूरत है। बता दें कि जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अंसार समेत अब तक 21 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
दरअसल उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार शाम हनुमान जयंती जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। इस झड़प ने बाद में हिंसा का रूप ले लिया। पुलिस के मुताबिक, पथराव किया गया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। इस हिंसा में पुलिसकर्मियों समेत कई घायल हो गए।
अब तक 21 लोगों की हुई गिरफ्तारी
जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जन्मोत्सव पर शनिवार शाम शोभायात्रा पर पथराव के बाद भड़की हिंसा मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी अंसार समेत 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके अलावा 2 नाबालिग भी पकड़े गए हैं।
पुलिस ने रविवार को 14 आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से 12 को जेल भेज दिया, जबकि अंसार और गोली चलाने का आरोपी असलम पुलिस कस्टडी में है। इलाके में फिलहाल तनावपूर्ण शांति का माहौल है।
10 राज्यों में हुई हिंसक घटनाएं
हनुमान जयंती से पहले रामनवमी पर देश के करीब 10 राज्यों में हिंसक घटनाएं सामने आई हैं। इस दौरान पथराव और आगजनी की घटना भी हुई। दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, गोवा, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में साम्प्रदायिक तनाव देखने को मिला।
इन शहरों में बवाल
गुजरात का हिम्मतनगर और खंभात, मध्य प्रदेश का खरगोन, झारखंड का लोहरदगा, पश्चिम बंगाल का बांकुरा, दिल्ली स्थित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी, गोवा का वास्को और बिहार का मुजफ्फरपुर प्रमुख रूप से शामिल है।