Gyanvapi Case: योगी आदित्यनाथ बोले- ‘ज्ञानवापी तो साक्षात विश्वनाथ है, मस्जिद कहना गलत’
Gyanvapi Case: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी को आज लोग मस्जिद कहते हैं, लेकिन ज्ञानवापी साक्षात भगवान विश्वनाथ है।
HighLights
- ज्ञानवापी पर सीएम योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी।
- शिवलिंग की पूजा होती रहेगी- मुख्यमंत्री आदित्यनाथ।
- गुरुवार को ज्ञानवापी पर वाराणसी कोर्ट का फैसला आया।
ब्यूरो, गोरखपुर। Gyanvapi Case: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज (शनिवार) ज्ञानवापी को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि आज के समय में लोग ज्ञानवापी को मस्जिद कहते हैं, लेकिन वो साक्षात ‘विश्वनाथ’ ही हैं। सीएम योगी का यह बयान दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में आया।
सीएम आदित्यनाथ ने सुनाया शंकराचार्य का प्रसंग
उन्होंने आदि शंकराचार्य से बात की शुरुआत की, जिसमें भगवान विश्वनाथ खुद को ज्ञानव्यापी बताते हैं। सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि जब आदि शंकर ज्ञान से परिपूर्ण होकर साधना के लिए केरल से होते हुए वाराणसी पहुंचे तो स्वयं भगवान ने उनकी परीक्षा ली। जब आदि शंकर गंगा स्नान के लिए जा रहे थे, तो भगवान विश्वनाथ ने एक सामान्य व्यक्ति के रूप में उनका मार्ग रोकने का प्रयास किया।
भगवान विश्वनाथ ने ली आदि शंकर की परीक्षा
जब आदि शंकराचार्य ने उसे रास्ते से हटने के लिए कहा था, तो उसने उन्हें अद्वैत सिद्धांत की याद दिलाई। इसमें वह ब्रह्म के अतिरिक्त संसार को माया बताते हैं। यह सुनकर शंकराचार्य समझ गए कि कोई सामान्य व्यक्ति नहीं है।
आदि शंकर पूछते हैं कि वह कौन है, जो उनके अद्वैत सिद्धांत के बारे में जानता है तो व्यक्ति कहता है कि आप जिस ज्ञानव्यापी की साधना के लिए काशी आए हैं। वह ज्ञानव्यापी मैं हूं, यानी मैं भी भगवान शिव हूं।