खामेनेई ने बेटे मोजतबा को चुना उत्तराधिकारी, बन सकते हैं ईरान के अगले सुप्रीम लीडर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गंभीर रूप से बीमार चल रहे ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई कोमा में चले गए हैं। हालांकि, इससे पहले ही हुई एक गुप्त बैठक में वह अपने छोटे बेटे मोजतबा को अपना उत्तराधिकारी चुन गए थे। बहरहाल, अभी तक ईरान की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
HIGHLIGHTS
- अयातुल्लाह अली खामेनेई के दूसरे और छोटे बेटे हैं मोजतबा।
- ईरान की तरफ ने नहीं की गई है अभी तक आधिकारिक पुष्टि।
- सितंबर में हुए पेजर विस्फोट में मोजतबा भी हो चुके हैं घायल।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल से ईरान के बढ़ते तनाव के बीच ईरान से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने अचानक दूसरे और छोटे बेटे मोजतबा को अपना उत्तराधिकारी चुना है। हालांकि, ईरान की तरफ से अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई गंभीर रूप से बीमार हैं और कोमा में चले गए हैं। अपने बेटे को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर उन्होंने दुनिया को चौंका दिया है। वह सर्वोच्च नेता के कार्यालय में कमांडिंग ऑफिसर हैं। यह जानकारी ईरान इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट में सामने आई है।
पिछले महीने गुप्त मीटिंग के बाद हुआ चयन
दावा किया जा रहा है कि अधिकारियों ने पिछले महीने एक सीक्रेट मीटिंग की थी। इस दौरान खामेनेई के उत्तराधिकारी के रूप में उनके बेटे मोजतबा का चुनाव किया। मोजतबा का जन्म 1969 में मशहद में हुआ था। उन्होंने साल 1987 से 1988 तक ईरान-इराक युद्ध में हिस्सा लिया।
अपने पिता की तरह ही मोजतबा भी इस्लामिक मामलों के जानकार बताए जाते हैं। बताया जा रहा है कि ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी की मौत के बाद मोजतबा ही खामेनेई की उत्तराधिकारी के शीर्ष दावेदार हैं।
सितंबर के पेजर धमाकों में हुए थे घायल
वह ग्रेजुएशन के बाद धर्म शास्त्र का अध्ययन कर चुके हैं और इसके बाद उन्होंने मौलवी बनने के लिए साल 1999 में पढ़ाई भी की थी। बताते चलें कि सितंबर में जो पेजर विस्फोट हुए थे, उसमें मोजतबा भी घायल हुए थे।
लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह के लोग जो पेजर और वॉकी-टॉकी इस्तेमाल कर रहे थे, उसमें धमाके हुए थे। इस हमले में करीब 3000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे और कम से कम 39 लोगों की मौत हुई थी। ईरान और हिजबुल्लाह ने इन हमलों को अंजाम देने का आरोप इजरायल पर लगाया था।
इजरायल पर दागी थीं 180 मिसाइलें
गौरतलब है कि पिछले महीने ईरान ने इजरायल के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हुए 180 मिसाइलें दागी थीं। इसके बाद अयातुल्ला अली खामेनेई ने पांच साल में बाद तेहरान की एक मस्जिद में हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा था कि इजरायल लंबे समय तक नहीं टिकेगा।