World Parkinson Day 2024: चलने में परेशानी होने साथ कंपकंपी के लक्षण दिखे तो हो सकती है पार्किंसंस डिजीज, ऐसे करें बचाव
HIGHLIGHTS
- क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक, पार्किंसंस डिजीज, मरीज के दिमाग के एक हिस्से को खराब कर देता है।
- गंभीर लक्षण दिखने पर मरीज की याददाश्त भी प्रभावित हो जाती है।
- WHO के मुताबिक, Parkinson Disease एक बेहद खराब ब्रेन कंडीशन है।
लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। पार्किंसंस एक खतरनाक प्रोग्रेसिव न्यूरोडीजेनेरेटिव डिसऑर्डर है, जो मरीज के नर्वस सिस्टम को टारगेट करता है और शारीरिक गतिविधियों को प्रभावित करता है। इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को भूलने की समस्या, डिमेंशिया, सोचने समझने की शक्ति प्रभावित हो जाती है। इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 11 अप्रैल को वर्ल्ड पार्किंसंस डे मनाया जाता है। यहां इस बीमारी के बारे में विस्तार से।
जानें क्या है Parkinson Disease
क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक, पार्किंसंस डिजीज, मरीज के दिमाग के एक हिस्से को खराब कर देता है। गंभीर लक्षण दिखने पर मरीज की याददाश्त भी प्रभावित हो जाती है। WHO के मुताबिक, Parkinson Disease एक बेहद खराब ब्रेन कंडीशन है, जो चलने-फिरने, मानसिक स्वास्थ्य, नींद, दर्द और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनती है।
Parkinson Disease के प्रमुख लक्षण
इससे ग्रसित व्यक्ति बेहद संभलकर चलने की कोशिश करता है। उसकी चाल काफी धीमी हो जाती है। मरीज को बार-बार कंपकंपी आती है और बातचीत करते समय भी रूक-रूक कर बात करता है। हकलाने लगता है। मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर बढ़ने पर पागलपन का दौरा भी पड़ सकता है और नींद से जुड़ी समस्या होने लगती है।
पार्किंसंस डिजीज से बचाव
Parkinson Disease का अभी तक कोई इलाज नहीं खोजा गया है। इसलिए इस बीमारी को अभी तक पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है। हालांकि दिनचर्या में बदलाव करके इस बीमारी की गंभीरता को कम किया जा सकता है। फिजिकली खुद को एक्टिव रखें। रोज वॉकिंग, रनिंग, स्वीमिंग और डांस जैसे वर्कआउट जरूर करें। इसके अलावा औद्योगिक रसायनों, कीटनाशकों और जड़ी-बूटियों के संपर्क में आने से बचें, क्योंकि इससे Parkinson Disease का खतरा बढ़ जाता है।