Cervical Spondylosis: सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस से परेशान हैं तो भूलकर न करें ये गलतियां
Cervical Spondylosis: लंबे समय तक ऑफिस या दुकान में एक जैसी स्थिति में बैठे रहने या मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल के कारण आजकल अधिकांश लोग Cervical Spondylosis की समस्या से पीड़ित रहते हैं। सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस बढ़ती उम्र में होने वाली गर्दन की एक समस्या है, लेकिन आजकल यह समस्या कम उम्र में भी होने लगी है।
जानें क्या है Cervical Spondylosis
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक जाजू के मुताबिक, सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस की समस्या सर्वाइकल स्पाइन यानि गर्दन टूट-फूट के कारण होती है। कुछ विशेष परिस्थिति में गठिया या गर्दन का ऑस्टियोआर्थराइटिस भी कहा जाता है। यदि समय पर इस समस्या का इलाज नहीं किया जाए तो स्थिति गंभीर भी हो सकती है।
झुककर कभी न बैठे
Cervical Spondylosis होने पर ऑफिस या दुकान में कभी भी लंबे समय तक गर्दन झुकाकर न बैठें। ऐसा करने से गर्दन का दर्द बढ़ सकता है। हमेशा सीधे होकर बैठें। कमर सीधी रखें।
ज्यादा मोबाइल न देखें
बहुत ज्यादा मोबाइल देखने से भी Cervical Spondylosis की समस्या हो सकती है। मोबाइल में अपना अधिकतम समय बिताने के कारण गर्दन में स्थाई रूप से दर्द की समस्या हो गई है।
भारी सामान उठाने से बचें
सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस होने पर भारी सामान नहीं उठाना चाहिए। Cervical Spondylosis के मरीज अगर झटके से कोई सामान उठा लेते हैं तो गर्दन में तेज दर्द हो सकता है और हड्डियों को भी नुकसान हो सकता है।
रोज 30 मिनट एक्सरसाइज करें
सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस से बचने के लिए 30 मिनट रोज एक्सरसाइज करनी चाहिए। शारीरिक अभ्यास करने से हड्डियों को मजबूती मिलती है। इसके अलावा योगाभ्यास भी कर सकते हैं। हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम से भरपूर डायट लेना चाहिए। दूध, दही या पनीर आदि का सेवन करना चाहिए। खानपान में ज्यादा वसायुक्त खाद्य सामग्री का सेवन करने से बचना चाहिए।