आज है पहला भारतीय अंगदान दिवस, जानें एक ब्रेन डेड व्यक्ति से कितने लोगों को मिल सकती नई जिंदगी
दुनिया में प्रत्येक 39 मिनट में एक व्यक्ति का जीवन अंग में विकार से समाप्त हो रहा है। इन्हें अंगदान से नया जीवन मिल सकता है। कुछ वर्षों में अंगदान को लेकर पहल हुई है। अब अंगदान के प्रति जागरूकता के लिए केंद्र सरकार की ओर से नया कदम उठाया गया है। प्रत्येक तीन अगस्त को भारतीय अंगदान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया गया है।
HIGHLIGHTS
- आज से भारतीय अंगदान दिवस की हो रही शुरुआत।
- आम लोगों को जागरूक करने एक नया सुंदर प्रयास।
- दूसरे व्यक्ति के लिए जीवनदान बन सकता अंगदान।
जबलपुर ()। मध्य प्रदेश के महाकौशल क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज के अधिष्ठाता डा. नवनीत सक्सेना के अनुसार एक ब्रेड डेड व्यक्ति से नौ लोगों को नई जिंदगी मिल सकती है। जागरूकता और पुरातन मान्यता के कारण अंगदान के लिए आगे आने से बचते हैं। ब्रेन डेड व्यक्ति की किडनी, लीवर, हड्डी, हृदय, त्वचा, पैंक्रियाज, नेत्र से किसी जरूरतमंद को स्वस्थ्य किया जा सकता है। स्वस्थ्य व्यक्ति भी अंगदान की प्रक्रिया में भाग ले सकता है। मृत्यु के बाद निश्चत समय के अंदर भी नेत्र एवं त्वचा दान की प्रक्रिया संभव है।
तीन अगस्त को मनाने का निर्णय
प्रत्येक तीन अगस्त को भारतीय अंगदान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया गया है। इसी तिथि पर देश में पहला हृदय प्रत्यारोपण हुआ था। सरकार के निर्णय पर शनिवार को नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज में अंगदान जागरूकता पर कार्यक्रम की तैयारी की गई है।
दूसरे व्यक्ति के लिए जीवनदान बन सकता
पहले भारतीय अंगदान दिवस पर होने वाले कार्यक्रम में अंगदान कर चुके व्यक्ति भी सम्मिलित होंगे। चिकित्सक बताएंगे कि किस तरह आपका अंगदान का निर्णय किसी दूसरे व्यक्ति के लिए जीवनदान बन सकता है। जागरूकता कार्यक्रम सुबह 11:30 बजे आरंभ होगा। व्याख्यान के साथ रैली का भी आयोजन किया जाएगा।
किडनी व त्वचा प्रत्यारोपण की सुविधा
मेडिकल कालेज में सुपरस्पेशलिटी हास्पिटल बनने के बाद किडनी रिट्रीवल एवं ट्रांसप्लांट की सुविधा आरंभ हो गई है। अभी तक छह लोगों का सफल किडनी प्रत्यारोपण किया जा चुका है। सर्जरी विभाग त्वचा प्रत्यारोपण पर सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है। नेत्र प्रत्यारोपण भी हो रहा है।
लीवर प्रत्यारोपण आरंभ करने की योजना
नगर में निजी अस्पताल में किडनी एवं नेत्र प्रत्यारोपण हो रहा है। मेडिकल कालेज में लीवर प्रत्यारोपण आरंभ करने की योजना है। तीन वर्ष में नेत्र दान करने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है, लेकिन अन्य अंग के दान को लेकर अभी कम ही लोग सामने आ रहे हैं।