बच्चों को बार-बार सर्दी-खांसी हो रही है तो करवाएं अस्थमा की जांच
Asthma in Children: बारिश के मौसम में सांस की जुड़ी कई तरह की समस्या बढ़ जाती है। मौसम में बदलाव के कारण एलर्जी और अस्थमा के मरीजों को ज्यादा परेशानी आती है। खासकर बच्चे और बुजुर्गों को इस मौसम में विशेष तौर पर ध्यान रखने की आवश्यकता है।
पहले लोगों को लगता था कि अस्थमा एलर्जी के कारण ही होता था, लेकिन अब अस्थमा मोटापा, प्रदूषण, वायरल के कारण भी होने लगा है। यदि बच्चों को बार-बार सर्दी-खांसी हो रही है तो उसे अस्थमा हो सकता है। इसलिए इसकी जांच अवश्य करवाना चाहिए। वहीं स्कूल जाने वाले बच्चों पर पैरेंट्स को ध्यान देना चाहिए। उन्हें समझाना चाहिए कि यदि कक्षा में किसी को सर्दी, खांसी, बुखार, छींक आ रही है तो उनसे दूर रहना चाहिए।
अस्थमा के लक्षण बार-बार सर्दी, खांसी, छींके, छाती में भारीपन, सीटी बजना, सांस फूलना आदि है। अस्थमा से बचाव के लिए बार-बार हाथ धोना चाहिए, जिस चीज से एलर्जी हो उसे नहीं खाना चाहिए, स्मोकिंग नहीं करना चाहिए। यह बात डीएनबी पुलमोनरी मेडिसीन एवं श्वसन रोग विशेषज्ञ डा. गौरव गुप्ता ने कहीं।
वे बुधवार को हेलो डाक्टर कार्यक्रम में बच्चों में अस्थमा और एलर्जी के लक्षण एवं उपचार के बारें में पाठकों के सवालों के जवाब दे रहे थे। डा. गुप्ता ने बताया कि अस्थमा के इलाज में लापरवाही नहीं बरतना चाहिए विशेषज्ञों की सलाह से इनहेलर सहित अन्य उपचार लेना चाहिए। आजकल नई तकनीकों से भी अस्थमा का इलाज होने लगा है।