Eye Care: शुगर के कारण हो सकती है डायबिटिक रेटिनोपैथी, जानें क्या है यह बीमारी और बचाव
HIGHLIGHTS
- शुगर से हो सकती है हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी
- धूप में चश्मा लगाने से होता है आंखों का बचाव
- लगातार स्क्रीन टाइम से भी बचना चाहिए
Eye Care हेल्थ डेस्क, इंदौर। शुगर और ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव शरीर के कई अंगों को भी प्रभावित करता है। इनमें आंख भी शामिल है। शुगर के कारण डायबिटिक रेटिनोपैथी होने का खतरा बना रहता है। इससे रेटिना खराब हो सकती है। इसके अलावा हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी भी होने का खतरा बना रहता है। इससे बचने के लिए आंखों में सही नंबर का चश्मा लगाना चाहिए। श्री नारायणा अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. नमित नंदे से समझते हैं, इससे कैसे बचा जा सकता है।
घर से निकलते समय लगाएं चश्मा
आंखों की सुरक्षा के लिए घर से बाहर निकलने के समय चश्मा अवश्य लगाएं। इससे धूप से बचाव होगा, साथ ही धूल के कण या अन्य चीजें आंखों में नहीं जाएगी।
20-20-20 का फॉर्मूला अपनाएं
कंप्यूटर और मोबाइल के उपयोग से आंखों की समस्याएं बढ़ी है। लोगों की स्क्रीनिंग टाइमिंग बढ़ गई है। ऐसे में अधिक समय तक काम करने के दौरान 20-20-20 का फॉर्मूला अपनाना चाहिए। कंप्यूटर में 20 मिनट काम करने के बाद 20 सेकंड तक 20 फीट दूर देखें।
नियमित पलक झपकाएं
गर्मी के दिनों में आंखों में सूखापन अधिक होता है। इसके लिए नियमित पलक झपकाएं। इससे आंखों में नमी आती है।
आंख को बार-बार छूने से बचें
आंख को बार-बार छूने से इंफेक्शन का डर बना रहता है। छोटे बच्चों में आंख का इंफेक्शन अधिक होता है, क्योंकि बच्चें आंखों को हमेशा छूते रहते हैं। धूल के कण आंख में जाने के कारण बहुत दर्द होता है। खुजली भी होती है। धूप में आंखों को बचाने की कोशिश करें।