विटामिन ‘सी’ ही नहीं इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इन विटामिन-मिनरल्स को भी डाइट में करें शामिल
नई दिल्ली. हेल्दी एंड फिट रहने के लिए डाइट में ऐसे फूड्स लेने की सलाह दी जाती है जो न्यूट्रिशन और मिनरल्स से भरपूर हों। यहीं फूड्स शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं जिससे शरीर बीमारियों से लड़ता है और फिट रहता है। सर्दी-जुकाम हो या वायरल इंफेक्शन, बॉडी पर कोई घाव हो गया तो इन सारी तकलीफों को जल्दी से ठीक करने के लिए इम्यूनिटी सिस्टम का अच्छा होना जरूरी है। नहीं तो ये छोटी तकलीफ बड़ी बीमारी का कारण बन जाती हैं। कई बार सुनने को मिलता है कि इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए विटामिन सी जरूरी होता है। केवल विटामिन सी ही नहीं इम्यूनिटी को स्ट्रांग करने के लिए इन विटामिन और मिनरल्स को भी जरूरी है डाइट में शामिल करना।
विटामिन सी
कोरोना टाइम से इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए सबसे ज्यादा विटामिन सी को लेने की सलाह दी गई। विटामिन सी इम्यूनिटी को तेजी से बढ़ाने में मदद करता है। कई सारी रिसर्च में पता चल चुका है कि विटामिन सी शरीर में एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और टॉक्सिंस से बचाता है। विटामिन सी की कमी आपके बीमार होने के चांस को बढ़ा देती है।
विटामिन बी6
विटामिन सी के साथ ही बॉडी के लिए विटामिन बी6 की भी जरूरत पड़ती है। ये भी इम्यूनिटी सिस्टम को सही रखने में मदद करते हैं और साथ में दिमाग की डेवलपमेंट भी करते हैं। मूंगफली, सालमन फिश, चिकन ब्रेस्ट, सीरियल्स, आलू, केला, टर्की में अच्छी खासी मात्रा में विटामिन बी6 होता है।
विटामिन ई
विटामिन सी के साथ ही विटामिन ई भी बॉडी के लिए जरूरी है। ये विटामिन शरीर को इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है। विटामिन ई के सप्लीमेंट्स लेने के तुलना में फूड्स के जरिए इसे लेने से ज्यादा फायदा होता है। सनफ्लावर सीड्स, ब्रोकली, कीवी, आम, टमाटर इनमे विटामिन ई होता है। जिन्हें हर कोई आसानी से खा सकता है।
जिंक
विटामिन्स के साथ ही मिनरल्स भी इम्यूनिटी सिस्टम को ठीक रखने के लिए जरूरी हैं। जिंक उन्हीं में से एक है, जिसमे एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। जो शरीर में इम्यूनिटी सिस्टम को ठीक से काम करने में मदद करते हैं। जिंक की मात्रा शरीर को मिले इसके लिए ब्लूक्रैब, बीफ, लेंटिल्स, दूध, ग्रीक योगर्ट को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
सेलेनियम
डाइट में सेलेनियम मिनरल्स को भी जरूरी है शामिल करना। ये इम्यूनिटी सिस्टम को एक्टीवेट करने के साथ ही जरूरत पड़ने पर इम्यूनिटी सिस्टम को धीमा भी करती है। जिससे कि शरीर में सूजन और ऑटो इम्यून जैसी बीमारियां ना होने पाएं।