सही तरीके से करें ब्रश, स्वस्थ्य और चमकते रहेंगे दंत; नहीं होंगी दांतों से जुड़ी समस्याएं
मध्य प्रदेश के जबलपुर में नईदुनिया के हेलो डाक्टर फोन इन कार्यक्रम में दंत रोग विशेषज्ञ डा. अश्विन ए देशमुख ने पाठकों को उनके प्रश्नों पर दिया उचित परामर्श। बोले- अधिकतर व्यक्ति तब डेंटिस्ट और डेंटल सर्जन के पास पहुंचते हैं, जब उनके दांत खराब होने लगते है। समस्या बढ़ चुकी होती है। दांत भी हमारे शरीर का एक अभिन्न अंग है।
HIGHLIGHTS
- दांत को अच्छा रखना है तो उसकी नियमित देखभाल चाहिए।
- प्रेशर, शुगर की तरह अपने दांतों की भी नियमित जांच कराएं।
- छह माह में एक बार दंत चिकित्सक से परीक्षण और परामर्श लें।
Health Care : हेलो डाक्टर कार्यक्रम में बुधवार को दंत रोग विशेषज्ञ डा. अश्विन ए देशमुख ने पाठकों के दांतों से संबंधित समस्याओं के सवालों के जवाब दिए। उन्हें उचित परामर्श प्रदान किया। डा. देशमुख ने कहा कि अधिकतर व्यक्ति तब डेंटिस्ट और डेंटल सर्जन के पास पहुंचते हैं, जब उनके दांत खराब होने लगते है। समस्या बढ़ चुकी होती है।
दांत भी हमारे शरीर का एक अभिन्न अंग है
अपने दांत को अच्छा रखना है तो उसकी नियमित देखभाल करना होगा। आवश्यक है कि दांतों पर ब्रश सही तरीके से करें। यदि ब्रश करने की तकनीक सही है तो दांत स्वस्थ्य और चमकते रहेंगे। जिस प्रकार समय-समय पर ब्लड प्रेशर, शुगर जैसी जांचें कराते हैं, वैसे ही दांत की भी नियमित जांच कराएं। प्रत्येक छह-छह माह में यदि एक बार दंत चिकित्सक से मिलकर परीक्षण और परामर्श प्राप्त करें, तो यह दांतों को स्वस्थ्य बनाए रखने में सहायक होगा।
- सवाल- मैं 77 वर्ष का हूं। चार दांत गिर गए हैं। नए दांत लगवाना है। क्या पूरे दांत लगवाना पड़ेगा? – श्यामलाल साहू, भेड़ाघाट
- जवाब- यह निर्भर करता है आपके दांतों की स्थिति पर। यदि बाकी दांत मजबूत है, उससे आप चबा पा रहे हैं, कोई दर्द नहीं है, तो उन्हें निकालने जरुरत नहीं है। जो चार दांत गिरे है, उन्हें ही लगवा लीजिएगा।
- सवाल- दांतों में पीलापन है। इसे कैसे हटा सकते है? – योगेश, विजय नगर
- जवाब- कुछ लोगों के दांत स्वाभाविक रुप से पीले होते है। इसमें कास्मेटिक उपचार होता है। कई बार अधिक मात्रा में चाय-काफी और पान-मसाला के सेवन से दांतों में दाग बन जाते है। यह स्केलिंग से हट जाते है।
- सवाल- दांतों को साफ करने के लिए दातुन करना चाहिए या ब्रश? – शिल्पा दुबे, सदर
- जवाब- दातुन को ब्रश जैसा बनाने के लिए उसे काफी समय चबाना पड़ता है। यह मसूड़ों के लिए अच्छा हो सकता है, लेकिन दांतों की सफाई के लिए ब्रश बेहतर विकल्प है। आप चाहे तो पहले दातुन करे फिर ब्रश कर सकते है। लेकिन ब्रश करना जरुरी है।
- सवाल- दांत में छिद्र हो गया है। इसका क्या उपचार है? – धीरेंद्र बागरी, घमापुर
- जवाब- इसमें परीक्षण किए बिना परामर्श देना संभव नहीं है। इसमें एक्स-रे करने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। बेहतर होगा कि आप किसी दंत चिकित्सक से मिल लें।
- सवाल- मैं 75 वर्ष का हूं। बत्तीसी बदल चुकी है। मसूड़े घिस गए है। क्या फिर से दांत लग सकते है? – जय कुमार जैन, कटंगी
- जवाब- मसूड़े घिस गए है, मतलब कि हड्डी घिस गई है। बत्तीसी फिर बन सकती है। यह ना हिले इसके लिए डेंटल इम्प्लांट की जरुरत हाेती है। जबड़े में स्क्रू लगाकर बत्तीसी फिट कर दी जाती है। फिर सामान्य रुप से खाना चबा-खा सकते है।
- सवाल- अधिक मीठा खाने से दांत में दर्द होता है। खट्टी चीजें खाने पर दांत खट्टे भी लगते है। क्या करें? – बुसरा खान, सदर
- जवाब- दांत में कीड़ा लगने पर मीठा-खट्टा, ठंडा-गर्म महसूस होता है। यह लक्षण दांत के घिसने की स्थिति में भी उभरते है। थर्मोसील, सेंसोडाइन इस श्रेणी के किसी टूथपेस्ट को अंगुली से दांतों पर लगाई। उसके बाद हल्के हाथों से ब्रश करें। फौरी राहत मिलेगी। लेकिन बेहतर होगा कि एक बार किसी दंत चिकित्सक को दिखा लें।
- सवाल- ब्रश करने से दांत ढीले पड़ जाते है। क्या यह सही बात है?
- जवाब- नहीं ऐसा नहीं है। ब्रश करने का सही तरीका होना चाहिए। ब्रश को हमेशा मसूड़ों से 45 डिग्री के कोण पर रखें। हल्के हाथ से दांत की चाैड़ाई तक आगे-पीछे चलाएं। दांत की बाहरी, अंदर और चबाने वाली सतह को ब्रश करें। कभी भी ब्रश का आड़ा नहीं चलाएं। हम जब जूते को ब्रश करते है तो वहां ब्रश का आड़ा उपयोग होता है।