नवरात्र में व्रत रखना अच्छा है पर पानी पीते रहें… कुछ ना कुछ खाते रहें बनी रहेगी सेहत और आस्था
मध्य प्रदेश के जबलपुर में नईदुनिया हेलो डाक्टर में डाइटिशियन नीलम कलवानी ने नवरात्र उपवास पर आहार एवं स्वास्थ्य संबंधी सवालों पर दिया परामर्श। बताया कि व्रत से शरीर डिटाक्स होता है। व्रत में शरीर को पानी की आवश्यकता होती है। नारियल और नींबू पानी भी ले सकते हैं। फल भी खाना चाहिए। इससे पानी के साथ ही विटामिन और फाइबर मिलते हैं।
HIGHLIGHTS
- प्रतिदिन कम से कम दो से तीन लीटर पेयजल का सेवन करें।
- नमक अधिक मात्रा में लेना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है।
- हम कार्य करते हैं। शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
Navratri 2024 : नवरात्र पर बड़ी संख्या में लोग मां की आराधना में नौ दिन का व्रत रखते हैं। व्रत रखना अच्छा है, लेकिन इस दौरान पानी खूब पीएं। प्रतिदिन कम से कम दो से तीन लीटर पेयजल का सेवन करें। बिल्कुल खाली पेट ना रहे। कुछ ना कुछ खाते रहे। आहार में फल, मेवा सम्मिलित करना चाहिए। यह बातें नईदुनिया हेलो डाक्टर में बड़ेरिया मेट्रो प्राइम हास्पिटल की कंसल्टेंट डाइटिशियन नीलम कलवानी ने कहीं। वह बुधवार को नवरात्र उपवास पर आहार एवं स्वास्थ्य संबंधी विषयों से संबंधित पाठकों के सवालों के जवाब दे रही थीं।
नारियल और नींबू पानी भी ले सकते हैं
पाठकों की जिज्ञासा का समाधान करते हुए डाइटिशियन ने बताया कि व्रत से शरीर डिटाक्स (शरीर के अंदर एकत्रित अवांछित पदार्थों का बाहर निकलना) होता है, लेकिन कुछ लोग व्रत में पानी भी नहीं पाते है। ऐसा नहीं करना चाहिए। व्रत में शरीर को पानी की आवश्यकता होती है। नारियल और नींबू पानी भी ले सकते हैं। फल भी खाना चाहिए। इससे पानी के साथ ही विटामिन और फाइबर मिलते हैं।
सवाल- मैं नवरात्र में एक समय ही भाेजन करता हूं। चार-पांच दिन बाद पेट में जलन जैसा लगता है? – ब्रजेश सिंह, स्नेह नगर, जबलपुर
जवाब- एक समय भोजन करने में कोई समस्या नहीं है। अधिकतर लोग दिन में भूखा रहने के बाद रात को भोजन करते है। इसकी जगह दोपहर काे भोजन कर लें। इसी समय हम कार्य करते हैं। शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता होती है। खाना पच जाता है।
सवाल- मेरी मम्मी को डायबिटीज है। अभी नियंत्रण में है। क्या वह नौ दिन व्रत रह सकती है? – रश्मि विश्वकर्मा, नरसिंहपुर
जवाब- आपको चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। यदि वह कहते है तो व्रत रख सकते है। इसमें भी विशेषज्ञ परामर्श लेकर एक डाइट चार्ट बनाना चाहिए। कुछ भी ऐसा नहीं खाना चाहिए जो डायबिटीज को बढ़ाएं। नियमित जांच भी करना चाहिए।
सवाल- मैं नवरात्र उपवास में नमक का सेवन नहीं करती हूं। इससे कोई समस्या तो नहीं होती? – प्रीति पांडे, कटनी
जवाब- किसी भी प्रकार का नमक हो, उसकी अधिक मात्रा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है। नौ दिन तक नमक नहीं खाएंगे तो बाडी डीटाक्सफिकेशन में सहायक होगा। वैसे भी सामान्य रुप से दिन में दो-तीन ग्राम से अधिक नमक का सेवन किसी भी रूप में नहीं करना चाहिए।
सवाल- मेरी पति की आयु 58 वर्ष है। वह निर्जता व्रत रखते है। क्या यह उनके लिए ठीक है? सविता ठाकुर, बरेला
जवाब- निर्जला व्रत बिल्कुल भी नहीं रहना चाहिए। आयु भी अब बढ़ रही है। ऐसे में बीपी की समस्या हो सकती है। डायबिटीज का स्तर घटने-बढ़ने से स्वास्थ को हानि हो सकती है। चाहे तो व्रत रहें, लेकिन पानी जरुर पीएं। शरीर के लिए अतिआवश्यक है।
सवाल- मेरे पिता का ब्लडप्रेशर अधिक रहता है। दवा से कंट्रोल है। वह नौ दिन व्रत करना चाहते है। क्या व्रत करने देना चाहिए? – राजेंद्र रघुवंशी, अनूपपुर
जवाब- बीपी की दवा ले रहे है तो फिर व्रत से बचना चाहिए। चाहे तो एक बार चिकित्सक से परामर्श कर लें। वह जांच और उनके स्वास्थ्य स्तर के आधार पर बता सकेंगे। बीपी की समस्या वालों को व्रत में चाय-काफी के सेवन से बचना चाहिए।
सवाल- मेरी पत्नी गर्भवती है। वह प्रतिवर्ष व्रत रखती है। इस भी नवरात्र व्रत करना चाहती है। क्या यह ठीक होगा? नरेश रंहगडाले, बालाघाट
जवाब- व्रत ना रखें तो अच्छा है। फिर भी यह निर्भर करता है कि अभी उसकी स्वास्थ्य की स्थिति कैसी है। यदि वह किसी प्रकार की परेशानी महसूस नहीं कर रही है तो निर्धारित आहार नियमों की पालना के साथ व्रत कर सकती है। इस पर निर्णय संबंधित चिकित्सक से बात करके ही करना चाहिए। बिना चिकित्सक परामर्श के व्रत से गर्भ में पल रहे शिशु को भी हानि पहुंच सकती है।
सवाल- नवरात्र में मैं व्रत करती है। मुझे देखकर मेरा बच्चा भी कुछ खाता नहीं है। उसको कोई समस्या तो नहीं होगी? – शर्मिली सिंह, रीवा
जवाब- पांच से अधिक और 65 वर्ष से कम उम्र के लाेग व्रत रख सकते है, लेकिन यह उनकी स्वास्थ्य की स्थिति पर निर्भर करता है। यदि किसी भी प्रकार बीमारी है, तो व्रत ना रखें। और रखते भी है तो अधिक समय तक खाली पेट ना रहें।
सवाल- व्रत में किन बातों का ध्यान रखें कि स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या ना हो? – अर्चना पटेल, अधारताल
जवाब- व्रत के दौरान फल जरुर खाएं। अंजीर, बादाम, मूंगफली खा सकते है। इनसे विटामिन, पोषण और ऊर्जा मिलती है। फलाहार में तला-भुना खाने से बचें। इससे अपच, एसिडिटी की समस्या हो सकती है। दिन भर बिना खाएं रहने के बाद रात में तला-भुना और असंतुलित आहार से वजन भी बढ़ सकता है।