आपके जोड़ों से भी कट-कट की आवाज आती है तो यह हड्डियों के कमजोर होने का संकेत
मध्य प्रदेश के जबलपुर में हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. जतिन धीरावाणी ने पाठकों को हड्डी रोग संबंधी समस्या पर दिया परामर्श। अनदेखी करना भविष्य में कष्टकारक हो सकता है। यह बातें नई दुनिया के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में जबलपुर हास्पिटल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. जतिन धीरावाणी ने कही। वह बुधवार को नईदुनिया के पाठकों के हड्डी संबंधित समस्या के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे।
HIGHLIGHTS
- कुछ मरीज 30 वर्ष से कम उम्र के आ रहे है जिन्हें घुटने के जोड़ में समस्याएं है।
- हड्डी टूटने की आवाज जोड़ों के आपस में रगड़ से घिसने के कारण सुनाई देती है।
- सही समय पर उचित चिकित्सकीय परामर्श ले नहीं तो गंभीर परेशानी बन जाती है।
Joint Pain : कुछ लोगों को उठते-बैठते घुटने या जोड़ के पास कट-कट जैसी आवाज लगती है। ऐसा कभी बिना दर्द के भी हो सकता है। कुछ लोगों को हड्डियों में कट-कट की आवाज से दर्द जैसा भी होता है। यह घुटने और हड्डियों के कमजोर होने का आरंभिक संकेत है। इसकी उन्होंने दूरभाष पर हड्डी रोग के पीड़ितों को उचित परामर्श भी प्रदान किया।
30 वर्ष से कम उम्र के आ रहे हैं जिन्हें घुटने के जोड़ में समस्याएं हैं
डाक्टर ने धीरावाणी ने बताया कि आजकल अस्पताल में हड्डी संबंधी समस्या लेकर अपेक्षाकृत कम उम्र के मरीज आ रहे हैं। इसमें अधिकतर जोड़ों के दर्द से संबधित होते हैं। कुछ मरीज 30 वर्ष से कम उम्र के आ रहे हैं जिन्हें घुटने के जोड़ में समस्याएं हैं।
समय पर उचित चिकित्सकीय परामर्श ना लिया जाएं तो …
आरंभ में जब हड्डी चटखने की आवाज आती है तो मन ही मन लगता है कि हड्डी टूट जाएगी क्या? दरअसल, यह आवाज जोड़ों के आपस में रगड़ से घिसने के कारण होती है। यदि सही समय पर उचित चिकित्सकीय परामर्श ना लिया जाएं तो यह गंभीर परेशानी बन सकती है।
सवाल: मेरी मां की उम्र 55 वर्ष है। बारिश और ठंड में घुटने में दर्द रहता है। कई बार हड्डी से आवाज आती है। – नीलेश तिवारी, सीधी
जवाब: आस्टियोआर्थराइटिस (गठिया) है। घुटने के जोड़ के बीच एक द्रव्य पदार्थ होता है। इसकी मात्रा कम होने पर जोड़ का अंतर (अंतर) हो जाता है। हड्डियां आपस में टकराने से आवाज आती है। आपको एक्स-रे कराना चाहिए। चिकित्सक से मिलें। उकड़ू व जमीन पर ना बैठे। घुटने के आसपास की मांसपेशियों सबंधी कुछ व्यायाम होते हैं। वह करें।
सवाल: सिर नीचे झुकाता हूं तो चक्कर आता है। पीठ में झुनझुनी होती है। गर्दन में जकड़न लगती है। – गौरव अग्रवाल, रामपुर
जवाब: गर्दन की नसों पर दबाव आ रहा है। स्पाइन कार्ड से संबंधित संबंधित है। एक्स-रे करा सकते हैं। बेहतर होगा कि एमआरआइ करा ले। वैसे तो यह सर्विकल दर्द है। फिर भी एक बार आंख की जांच भी करा लें। आंख संबंधी समस्या के कारण कई बार सिर चकराता है।
सवाल: मेरी आयु 77 वर्ष है। कमर में दर्द रहता है। एक बार बैठ जाओ तो उठने के लिए सहारा लेना पड़ता है। – श्यामलाल साहू, सुहागी
जवाब: आयु संबंधी समस्या है। हड्डी कमजोर हो रही है। सुबह-शाम एक गिलास दूध का सेवन करें। दोपहर को दही भी खा सकते है। पालक, भिंड़ी जैसी हरी सब्जियां आहार में लें। कैल्शियम और आयरन स्त्रोत वाला भोजन करें। पाश्चात्य शैली का शौचालय उपयोग करें। एक्स-रे करा लेंगे तो उसे देखकर बेहतर परामर्श देना संभव होगा।
सवाल: चार वर्ष पहले दुर्घटना हुई थी। तब पैर की हड्डी में स्क्रू लगे थे। अभी पैर मोड़ने में समस्या है। स्क्रू निकलवाने से यह ठीक हो जाएगा क्या? – संदीप पटेल, चेरीताल
जवाब: इतने समय में हड्डी तो अच्छी तरह जुड़ चुकी होगी। आप चाहे तो स्क्रू निकलवा सकते है। यदि स्क्रू नहीं भी निकलवाएंगे तो कोई समस्या नहीं है। जहां पैर मोड़ने में समस्या की बात है तो कुछ व्यायाम कर सकते हैं। हो सकता है कुछ राहत मिलें।
सवाल: रीढ़ की हड्डी में कमर के ऊपर की ओर दर्द रहता है। सीधे सो नहीं पाता हूं। 58 वर्ष आयु है। – कमलेश अग्रवाल, कटंगी
जवाब: आपको शुगर, बीपी की समस्या नहीं है। गर्म पानी से सिंकाई करें। एक माह तक कैल्शियम की दवा का सेवन करें। फिजियोथैरेपिस्ट से मिलें, वह कुछ व्यायाम बताएगा, उसे करें। यदि आरमा नहीं मिलता है तो किसी हड्डी रोग चिकित्सक से मिलें।
सवाल: कमर में दर्द ना हो, इसके लिए कैसा बिस्तर (गद्दा) होना चाहिए।
जवाब: गद्दा कभी भी बिल्कुल नरम या बहुत कड़ा नहीं होना चाहिए। ऐसा रहे कि ना तो वह पूरा दब जाएं और ना ही तखत जैसा सख्त हो। रुई वाला गद्छा अच्छा होता है। लंबे समय तक यदि रुई नहीं बदले है तो समस्या हो सकती है।