लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स में शामिल हैं ये सब्जियां, डायबिटीज के रोगियों के लिए हैं फायदेमंद

Low Glycemic Index Vegetables: डायबिटीज आजकल एक आम समस्या है। बदलती लाइफस्टाइल और खराब खानपान की आदतों से लोग डायबिटीज सहित कई बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। हालांकि डायबिटीज की समस्या को दवाइयों और सही खानपान से नियंत्रित किया जाता है। डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति को अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए, वरना किसी भी छोटी सी लापरवाही का परिणाम भारी पड़ सकता है। यहां हम आपको कुछ कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली कुछ सब्जियों के बारे में बताएंगे, जो आपके लिए फायदेमंद हो सकती है –

फूलगोभी

फूलगोभी को पकाकर या कच्चा खाना फायदेमंद है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। कम कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट के कारण यह फायदेमंद होती फूलगोभी विटामिन सी, पोटेशियम और फाइबर का भी अच्छा स्रोत हैं।

खीरा

बहुत अधिक पानी वाले खीरा में कैलोरी काफी कम होती है। यह भी पोटेशियम और विटामिन का अच्छा स्रोत हैं। खीरे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है, इसलिए यह मधुमेह के रोगियों के लिए एक अच्छा विकल्प है।

बैंगन

बैंगन नाइटशेड परिवार का एक सदस्य है, जो विटामिन सी, पोटेशियम और फाइबर से भरपूर है। यह कम ग्लाइसेमिक है और कई तरह से पकाया जा सकता है।

ग्रीन बीन्स

हरी फलियां विटामिन ए, सी और फोलेट का एक अच्छा स्रोत हैं। इन्हें पकाकर या कच्चा खाया जा सकता है, और इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है।

मशरूम

मशरूम फाइबर से भरपूर, कम कैलोरी और कम कार्ब वाली सब्जी है। विटामिन डी का अच्छा स्रोत हैं, जो हड्डियों के लिए आवश्यक है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी कम है।

पालक

पालक एक पत्तेदार हरी सब्जी है जो विटामिन ए, सी, के, फाइबर और फोलेट से भरपूर है। इसे पकाकर या कच्चा खाया जा सकता है, और इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स है।

ब्रोकली

ब्रोकोली एक क्रूसिफेरस सब्जी है, जो फोलेट, पोटेशियम, विटामिन सी और फाइबर से भरपूर है। इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स है, इसलिए यह ब्लड शुगर के स्तर में अचानक वृद्धि नहीं करता है।
गाजर
शरीर में विटामिन ए में परिवर्तित होने वाले बीटा-कैरोटीन का एक अच्छा स्रोत गाजर है। इम्यूनिटी और सेल्स की सेहत के लिए विटामिन ए महत्वपूर्ण है। Gajjar का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम है। यह आंखों के लिए भी काफी फायदेमंद होती है।

टमाटर

टमाटर भी लाइकोपीन का अच्छा स्रोत है। यह एंटीऑक्सीडेंट है, जो कैंसर को रोक सकता है। टमाटर को पकाकर या कच्चा खाया जा सकता है क्योंकि इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स है।
डिस्क्लेमर
स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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