हल्दी और अदरक में मौजूद होते हैं ये चमत्कारिक गुण, हार्ट समेत इन बीमारियों से मिलता है लाभ
हल्दी और अदरक में कई चमत्कारिक गुण मौजूद होते हैं, जिससे कई बीमारियों से लाभ मिलता है।
HIGHLIGHTS
- हल्दी और अदर में औषधीय गुण मौजूद
- हार्ट की समस्याओं से मिलता है छुटकारा
- अन्य बीमारियों में भी लाभदायक
हेल्थ डेस्क, इंदौर। आयुर्वेद में हल्दी और अदरक के इस्तेमाल को विशेष स्थान दिया गया है। भारतीय परिवारों के किचन में हल्दी और अदरक तो जरूर मौजूद रहती है। हल्दी का जहां सब्जियों में इस्तेमाल किया जाता है, तो वहीं अदरक का उपयोग चाय में किया जाता है। इसके अलावा अदरक का अन्य व्यंजन बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है।
दर्द से राहत
हल्दी में कर्क्यूमिन पाया जाता है जिससे दर्द से राहत मिलती है। चोट लगने पर हल्दी वाला दूध काफी कारगर साबित होता है। इसके अलावा अदरक अर्थराइटिस के दौरान होने वाले दर्द से राहत देने के लिए उपयोगी मानी गई है। इसके अलावा नियमित गतिविधियों के दौरान होने वाले दर्द से राहत देने के लिए भी हल्दी और अदरक का उपयोग किया जाता है।
इम्यूनिटी भी मजबूत होती है
हल्दी और अदरक के सेवन से इम्यूनिटी भी मजबूत होती है। बीमारियों के दौरान अगर हल्दी और अदरक का उपयोग किया जाए तो इससे रिकवरी आसान हो जाती है। हल्दी में एंटीवायरल और अदरक में एंटी इन्फ्लेमेशन तत्व मौजूद होते हैं, जो सर्दी जुकाम और बुखार में मरीजों को राहत देते हैं।
पाचन संबंधी समस्या करता है दूर
पाचन संबंधी समस्याओं के लिए भी अदरक और हल्दी का उपयोग बेहतर माना गया है। अदरक पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है तो वही हल्दी पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करती है। हल्दी में मौजूद पोषक तत्व डाइजेस्टिव ट्रैक को सही करते हैं।
दिल की समस्याएं करते हैं दूर
हल्दी में मौजूद तत्व हार्ट की हेल्थ को भी बेहतर बनाते हैं। इससे ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद मिलती है। अदरक और हल्दी का पानी मिक्स करके पीने से ब्लड वेसल्स में फंसे ब्लॉक को बाहर निकाला जा सकता है। साथ ही हार्ट को पंप करने में अतिरिक्त दबाव महसूस नहीं करना पड़ता।
सूजन दूर करती है
हल्दी और अदरक का पानी अर्थराइटिस पाचन संबंधी समस्या जैसी बीमारियों में काम आता है। इसके अलावा हल्दी और अदरक में एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं जिससे डायबिटीज में होने वाली सूजन की समस्या खत्म होती है। हल्दी और अदरक का पानी कई अन्य बीमारियों में भी उपयोग किया जाता है।