गर्मी में डिहाइड्रेशन की समस्या से हैं परेशान, तो इस तरीके से दूर करें पानी की कमी
हेल्थ डेस्क, इंदौर। मार्च महीना खत्म होने से पहले ही गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरु कर दिया है। दिन में कड़ाके की धूप से लोगों की हालत खराब हो रही है। लोग धूप में जाने से तो बचने लगे हैं, लेकिन लोग अपना खानपान और रहन सहन में बदलाव नहीं कर रहे हैं। पिछले दो-चार दिनों से सूरज की तेजी गर्मी देखने काे मिल रही है। लोग गर्मी बढ़ते ही बिना सोचे समझे पानी की मात्रा बढ़ा देते हैं। भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम पानी की कमी पूरी करने के लिए बोतल में पानी भरते रहते और आफिस, फील्ड आदि में प्लेन पानी पीते रहते हैं।
डाइटिशियन विनिता जायसवाल ने बताया कि केवल प्लेन पानी पीने से पानी की कमी दूर नहीं होती है। पसीना और यूरीन के जरिए केवल पानी नहीं बल्कि इलेक्ट्रोलाइट भी कम होता है, इसकी कमी केवल सादा पानी पीने से पूरी नहीं हो सकती है। नईदुनिया सिटी ने पाठकों के लिए गर्मियों में पानी के कमी को दूर करने के सही तरीको पर विशेषज्ञों से बात की।
क्या होता है इलेक्ट्रोलाइट
चिकित्सकों के मुताबिक इलेक्ट्रोलाइट एक प्रकार के खनिज होते हैं जिनकी शरीर को काम करते रहने के लिए हमेशा जरूरत होती है। हमारा शरीर हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाने और पानी से मिलकर इलेक्ट्रोलाइट्स बनाता है। यह इलेक्ट्रोलाइट्स पूरे शरीर में फैल कर शरीर के कार्यों के लिए इलेक्ट्रिक एनर्जी का उपयोग करते हैं। इसका काम होता है शरीर में पानी के संतुलन को बनाए रखना, कोशिकाओं में पोषक तत्व को पहुंचाना, अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना, तंत्रिकाओं को सिग्नल भेजने में मदद करना, मांसपेशियों को आराम देना, मस्तिष्क और हृदय की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाए रखने में इनकी खास भूमिका होती है। सोडियम पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फेट, क्लोराइड जैसे तत्व इलेक्ट्रोलाइट्स को व्यवस्थित रखने में सहायक माने जाते हैं।
क्या होगा इलेक्ट्रोलाइट की कमी से
डाइटिशियन विनिता जायसवाल ने बताया कि यूरिन, पसीना, लूज मोशन, बोमिटिंग होने से पानी के साथ इलेक्ट्रोलाइट की कमी होती है। इसकी पूर्ति सादा पानी या कोल्ड ड्रिंक पीन से नहीं होे सकतकी है। इलेक्ट्रोलाइट की कमी से कमजोरी महसूस करना, चक्कर आना, ब्लैक आउट होना, मसल में कमजोरी आना, थकान होना, सक्रियता होना आदि समस्याएं हो सकती हैं।
इन तरीकों से पूरा करें इलेक्ट्रोलाइट
विशेषज्ञों के मुताबिक तेज गर्मी में सादा पानी नहीं पीना चाहिए। इसके लिए रात में पानी के जार में नींबू, संतरा, मौसमी के टुकड़े या तुलसी और पुदीना के पत्तियां डाल दें। रात भर में इसके विटामिन्स पानी में मिश्रत हो जाते हैं। इस पानी को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं। खड़ा धनिया, सौंफ, अजवाइन आदि को भी पानी में डालकर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा ज्यूस, स्मूदी, पानी में नमक और चीनी का ओआरएस मिलाकर प्रयोग कर सकते हैं। बाहर होने की स्थिति नारियल पानी बेहतर विकल्प हो सकता है।
घर पर बनाएं ओआरएस
फिजिशियन डा अशोक ठाकुर ने बताया कि रेडीमेड ओआरएस ले से बेहतर है कि घर पर ही ओआरएस तैयार करें। एक लीटर पानी में चार चम्मच चीनी और चार चुटकी नमक मिलाकर आेआरएस तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा नींबू पानी, जलजीरा, आम का पना, पुदीना, छाछ का प्रयोग भी पानी के रुप में कर सकते हैं। इसमें अलावा ज्यूस में शक्कर के अलावा थोड़ा नमक भी मिला सकते हैं जिससे वह डिइाड्रेशन के लिए बेहतर काम कर सकें।
बेवजह ग्लूकोज और इलेक्ट्राल न लें
ग्लूकोज और इलेक्ट्राल को लोग शौकिया रुप में भी खूब इस्तेमाल करते हैं। उनका मानना है कि यह कोई नुकसान नहीं होता है। डाइटिशियन विनिता जायसवाल ने बताया कि डाक्टर भी ग्लूकोज और इलेक्ट्राल की सलाह तभी देते हैं जब शरीर में डिहाइड्रेशन का अधिकतम लेवल पर हो। यानी लूज मोशन, पलटी आदि हो रही हो। सामान्य तौर पर भी ग्लूकोज और इलेक्ट्राल का प्रयोग करने से जी मिचलाना, पेट दर्द आदि की समस्याएं हो सकती हैं।
डिस्क्लेमर
यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।