Digestive Problem: कब्ज की समस्या से परेशान हैं तो इन 2 नियमों का जरूर करें पालन, मिलेगी राहत
HIGHLIGHTS
- आजकल लोग रात को 2-3 बजे तक जाग रहे हैं और सुबह 9-10 के पहले उठ नहीं रहे।
- डिब्बा बंद खाने का उपयोग बढ़ गया है।
- चिप्स, चाकलेट जैसी हानिकारक सामग्री खिलाकर बच्चों को बचपन से ही कमजोर बना रहे हैं।
डिजिटल डेस्क, इंदौर। आजकल अधिकांश लोगों की दिनचर्या बिगड़ी हुई रहती है। न समय पर सोते हैं और न समय पर उठते हैं। यदि सूर्योदय के पूर्व उठकर शौच करने जाएं तो कब्ज की समस्या दूर होगी। पेट ढंग से साफ होने मात्र से कई रोगों से मुक्ति मिलती है। उज्जैन की डॉक्टर सुमित पोरवाल हमें यहां कब्ज से राहत पाने के लिए अचूक उपायों के बारे में बता रहे हैं।
सोने का समय सुधारें
डॉ. सुमित पोरवाल के मुताबिक, आजकल लोग रात को 2-3 बजे तक जाग रहे हैं और सुबह 9-10 के पहले उठ नहीं रहे। इसके अलावा हमने हमारा खानपान भी बिगाड़ लिया है। डिब्बा बंद खाने का उपयोग बढ़ गया है। कई माता-पिता अपने बच्चों को ये चीजें ज्यादा ही खिला रहे हैं। चिप्स, चाकलेट जैसी हानिकारक सामग्री खिलाकर बच्चों को बचपन से ही कमजोर बना रहे हैं। ये सामग्रियां सिर्फ पेट भरती है पोषण नहीं देती।
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर शौच करने जाएं
यदि हम सूर्योदय के पूर्व ब्रह्म मुहूर्त में उठकर शौच करने जाएं तो हमारा पेट सही ढंग से साफ होगा। पेट साफ होने से ही कई रोगों से मुक्ति मिलती है। हमारी दिनचर्या में हमने तनाव को भी जीवन का हिस्सा बना लिया है। तनाव से जितना दूर रहे, उतना सेहत के लिए लाभदायक है। बीमारी के लिए हमारी आदतें भी जिम्मेदार हैं।
रोज 30 मिनट पैदल जरूर चलें
घर के आसपास अगर छोटे-मोटे काम के लिए घर से बाहर जा रहे हैं तो प्रयास करें कि पैदल ही जाएं। जरा से काम के लिए गाड़ी के उपयोग से बचें। कोशिश करें कि रोज कम से कम 30 मिनट पैदल चलें।
बाहर के खाने से बचें
आजकल ऑनलाइन फूड ऑर्डर करने या होटल में खाने का कल्चर बढ़ गया है, जो कब्ज की समस्या बढ़ा देता है। बच्चों को अधिक से अधिक घर का खाना ही खिलाएं। बच्चों को बाहर के खाने से बचाएं। जब भूख लगे, तब ही भोजन कर लेना चाहिए। कई बार लोग भोजन करने के लिए समय को महत्व देते हैं, भले ही उस समय भूख न लगें या फिर 3-4 घंटे पहले से भूख लग रही हो। जबकि भूख लगने पर उसी समय भोजन कर लेना चाहिए, इससे आप बीमारी से दूर रह सकते हैं। परहेज हर बीमारी का पहला उपचार है। इसलिए यदि किसी बीमारी की शुरुआत भी लगने लगे तो परहेज शुरू कर दीजिए।