Walnut Milk Recipe: इस खास तरीके से टेस्टी बनाएं अखरोट का दूध, फायदों से है भरपूर
HIGHLIGHTS
- अखरोट में मैग्नीशियम, फास्फोरस जैसे मिनरल्स हड्डियों और दांतों के लिए फायदेमंद है।
- अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट्स कोलेजन मौजूद होते हैं।
- थोड़े से अखरोट का सेवन करने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। Walnut Milk Recipe: दूध का सेवन हड्डियों का मजबूत करने के साथ-साथ डाइट का एक जरूरी हिस्सा भी है। कई लोग लैक्टोज इनटोलेंस होते हैं। ऐसे लोगों को डेयरी प्रोडक्ट से एलर्जी होती है। इस कारण वे दूध का सेवन चाहकर भी नहीं कर पाते हैं। ऐसे लोगों के लिए अखरोट का दूध एक अच्छा ऑप्शन है। इसे कोई भी पी सकता है। अखरोट में भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 एसिड्स पाए जाते हैं। इसमें विटामिन ई और मिनरल्स भी मौजूद होते हैं। विटामिन ई सेल्स को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है। इससे स्किन जवां बनी रहती है। अखरोट में मैग्नीशियम, फास्फोरस जैसे मिनरल्स हड्डियों और दांतों के लिए फायदेमंद है।
ऐसे बनाएं वॉलनट मिल्क
- अखरोट का दूध बनाने के लिए सबसे पहले अखरोट को रातभर के लिए पानी में भिगोकर छोड़ दें।
- इसके बाद सुबह इन अखरोट को मिक्सी में डालकर पीस लें।
- पीसने के बाद इसमें एक से दो कप पानी मिला लें। इसे कम से कम 2 मिनट तक ब्लेंड करें।
- इसके बाद इस दूध को छान लें।
- इस तरह आपका वाॅलनट मिल्क तैयार है।
अखरोट का दूध पीने के फायदे
-
- अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट्स कोलेजन मौजूद होते हैं, जो उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। यह बढ़ती उम्र में स्किन ग्लो और इलास्टिसिटी को बनाए रखने के लिए जरूरी होता है।
-
- अखरोट में अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है। थोड़े से अखरोट का सेवन करने से लंबे समय तक पेट भरा रहता है। इससे बार-बार भूख नहीं लगती। इससे वजन घटाने में आसानी होती है।
-
- अखरोट में मैग्नीशियम भी पाया जाता है, जो कि हमारी हड्डियों को हेल्दी रखने के लिए आवश्यक है। साथ ही यह मसल्स को भी रिलैक्स करता है।
-
- अखरोट में हेल्दी फैट पाया जाता है। यह ब्रेन को हेल्दी और एक्टिव रखने में मदद करता है। इससे दिमाग तेज होता है और फोकस बढ़ता है। साथ ही याददाश्त भी दुरुस्त रहती है।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’