Yoga Poses For Dizziness: सांस फूलने के साथ थकान महसूस हो रही है तो रोज करें ये 5 योगासन
HIGHLIGHTS
- लाइफस्टाइल में लापरवाही के अलावा मोटापे के कई कारण हो सकते हैं।
- अग्निसार क्रिया शरीर के रोगाणुओं को खत्म करके मेटाबॉलिज्म में सुधार करती है
- हाथ घुटनों पर सहजता से रखें और श्वास को बाहर निकाल कर नाभी को अंदर खींच कर रखें।
लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। शरीर में वसा की अधिकता होने से मोटापा होना एक आम समस्या है और इस कारण से कई शारीरिक विकार उत्पन्न हो जाते हैं। मोटापा या ओबेसिटी के कारण सांस फूलना, थकान महसूस होना, अत्यधिक नींद आना, काम करने की इच्छा न होना और एकाग्रता में कमी होने लगती है। लाइफस्टाइल में लापरवाही के अलावा मोटापे के कई कारण हो सकते हैं। शरीर में पानी की कमी, विटामिन B2, B12 या D3 की कमी के कारण और व्यायाम न करने और हाई कैलोरी डायट लेने से थायराइड, कब्ज, पीसीओडी, पीसीओएस जैसी समस्याएं हो सकती है। ऐसे में कुछ योगासनों और योग क्रियाओं की मदद से इसका उपचार किया जा सकता है। इन योगासनों के बारे में विस्तार से जानकारी दे रही है इंटरनेशनल योगा चैंपियन व गोल्ड मेडलिस्ट अल्पना पांडेय –
अग्निसार क्रिया
यह क्रिया शरीर के रोगाणुओं को खत्म करके मेटाबॉलिज्म में सुधार करती है और वजन कम करने में सहायक है। हाथ घुटनों पर सहजता से रखें और श्वास को बाहर निकाल कर नाभी को अंदर खींच कर रखें। यह क्रिया 3 से 6 बार दोहराएं।
नौकासन
दोनों हाथ और दोनों पैर उठा कर नितम्बों में शरीर का संतुलन स्थापित करें। यथाशक्ति इस आसन में स्थिर बने रहें और इस आसन को 3 बार दोहराएं।
वक्रासन
वक्रासन को करने से भोजन बहुत आसानी से पच जाता है और कब्ज या शरीर में भारीपन की समस्या नहीं महसूस होती है। दोनों हाथ बगल में रखें कमर सीधी और निगाह सामने रखें। दाएं पैर को घुटने से मोड़कर लाते हैं और ठीक बाएं पैर के घुटने की सीध में रखते हैं। इसके बाद दाएं हाथ को पीछे ले जाते हैं, जिसे मेरुदंड के समांतर रखते हैं। कुछ देर इसी स्थिति में रहने के बाद अब बाएं पैर को घुटने से मोड़कर यह आसन करें।
पादहस्तासन
दोनों हाथ ऊपर उठा कर पीछे झुके फिर धीरे धीरे सामने झुकें। 10-10 बार करें और इसे 2 बार दोहराएं।
उत्तानपादासन
जमीन पर लेट जाएं। श्वास भरते हुए दोनों पैर ऊपर उठाएं। श्वास बाहर करते हुए पैरों को नीचे लाएं। इस आसन को भी 10 बार करें। इस पूरी प्रोसेस को 3 बार दोहराएं।
भुजंगासन
इस आसन में कोहनी मुड़ी हुई होनी चाहिए। पेट के नीचे का हिस्सा जमीन पर लगा होना चाहिए और हाथों को शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की तरफ उठाए और ऊपर की ओर देखने की ही कोशिश करें। इस पोजीशन में खुद को कुछ देर होल्ड करने के बाद पहले वाली पोजीशन में आ जाएं। भुजंगासन करते समय गहरी सांस लेते रहें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। आखिर में शरीर को कुछ देर के लिए आराम दें।