सामान्य जैसे लग सकते हैं डिप्रेशन के संकेत, इन लक्षणों को ना करें नजरअंदाज, फौरन कराएं इलाज
Signs of Depression: आजकल की भागदौड़ भरी जिन्दगी में डिप्रेशन बहुत ही आम बीमारी है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक इसके शिकार हो सकते हैं। अवसाद या डिप्रेशन अगर बढ़ने लगे, तो सेहत को कई तरह से नुकसान हो सकता है। आम तौर पर डिप्रेशन होने पर उदासी, बोझिल मन, कुछ काम नहीं करने की इच्छा आदि लक्षण दिखते हैं। लेकिन इसके कुछ छुपे हुए संकेत भी होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कई बार लोग इस पर ध्यान भी नहीं देते, लेकिन अगर आपके परिवार के किसी सदस्य में ये लक्षण दिख रहे हैं, तो यकीन जानिए उसे मदद की जरुरत है। इन लक्षणों को हिडेन डिप्रेशन के नाम से भी जाना जाता है।
भावनाओं को छुपाना
डिप्रेशन के कुछ मामलों में लोग अपनी भावनाएं व्यक्त करने से बचते हैं। परिवार या दोस्तों से साथ होने पर सामान्य दिखते हैं, लेकिन अपनी बात नहीं करते। इनके चेहरे पर एक नकली आवरण छिपा होता है। अगर कोई सिर्फ सुने और अपना दर्द बयान ना करे, तो ये हिडन डिप्रेशन हो सकता है। इनसे बातचीत करने की कोशिश करें और तनाव की वजह जानें।
नकारात्मक सोच
मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग हिडेन डिप्रेशन से जूझ रहे होते हैं, वे अक्सर खुद को लेकर बहुत ज्यादा नेगेटिव हो जाते हैं। उन्हें लगने लगता है कि वे किसी काम के नहीं रह गए हैं, वे कभी सफल नहीं हो सकते हैं। ऐसे लोग खुद को ही नुकसान पहुंचाने लगते हैं। अगर आपके आसपास कोई बुरी तरह निराश हो, तो उसका हौसला बढ़ाएं और समय रहते मदद करें।
समाज से कटना
हिडन डिप्रेशन में फंसे लोग समाज से कटने लगते हैं और दोस्तों-परिवार से ज्यादा घुलने-मिलने से बचते हैं। अगर कोई हर तरह के सोशल इवेंट से बार-बार बचने की कोशिश करे, तो ये हिडेन डिप्रेशन का लक्षण है। इससे जूझ रहे लोग अपने करीबी लोगों से भी दूर जाने लगते हैं। यह गंभीर लक्षण है क्योंकि इसमें मदद करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन इसकी अनदेखी ना करें।
काम में डूब जाना
आम तौर पर ऑफिस में वर्कोहॉलिक शब्द तारीफ लगती है और कई लोग खुद को ऐसा साबित करना भी चाहते हैं। लेकिन अगर किसी के व्यवहार में अचानक परिवर्तन दिखे, वो ऑफिस में ज्यादा समय बिताने लगे या काम में कुछ ज्यादा ही डूबा रहे, तो ये मानसिक अवसाद का लक्षण है। ऐसे लोग खुद से बचने के लिए गैर-जरूरी कामों में भी खुद को उलझाये रखते हैं। लंबे वक्त में ये नुकसानदेह हो सकता है।
सोने की आदत में बदलाव
अगर अचानक आपकी नींद उड़ गई हो, लगातार सोने की कोशिश करने पर नींद नहीं आती हो, और कभी सारा दिन सोते रहते हों, तो ये हिडन डिप्रेशन के संकेत हैं। किसी अवसाद की वजह से नींद नहीं आती और सोने का पूरा पैटर्न बदल जाता है। ढंग से नहीं सोने पर मानसिक स्थिति और बिगड़ सकती है। ऐसे में इस पर फौरन ध्यान देने की जरुरत है।
क्या करें उपाय?
- डिप्रेशन होने का संकेत मिलते ही किसी एक्सपर्ट से मिलें और प्रोफेशनल मदद लें।
- इसके अलावा मेडिटेशन, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और योग-एक्सरसाइज से भी राहत मिल सकती है।
- दोस्तों-परिवार के साथ अपनी परेशानी शेयर करें और समाधान पर फोकस करें।
- ऐसे काम करें जिनमें आपका दिल लगता हो, जैसे पेंटिंग, म्यूजिक, ट्रैवलिंग, पार्टी आदि।
- अपने मन का कुछ करें, जो आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद करे।
डिसक्लेमर
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