टीबी का कोर्स बीच में छोड़ने से गंभीर हो सकती है बीमारी

TB Treatment: नईदुनिया प्रतिनिधि। अक्सर लोग टीबी जैसी बीमारी को गंभीर नहीं समझते। वह इसे मामूली समझकर ठीक से इलाज भी नहीं करवाते। ऐसी स्थिति में यह गंभीर बीमारी का भी रूप ले सकती है। टीबी के कीटाणु दूसरों में भी फैल सकते हैं। अत: जिन मरीजों को टीबी की समस्या हो, वह मास्क का उपयोग करें और शारीरिक दूरी का पालन भी करें।

टीबी रोग विशेषज्ञ डा. संजय अवासिया ने कहा कि टीबी संक्रमण के लक्षणों में बुखार आना, खांसी, कफ, वजन कम होना, भूख न लगना आदि हैं। इससे बचने के लिए यदि किसी को भी 15 दिन से अधिक खांसी है, तो उसे टीबी की जांच करवाना चाहिए। टीबी की जांच आसानी से होती है और सरकार द्वारा मुफ्त में की जाती है। टीबी में कफ और एक्सरे के माध्यम से जांच की जाती है।

 

जांच के बाद किसी में यह संक्रमण निकलता है, तो उसे छह माह की दवाई का कोर्स दिया जाता है। कई मामलों में कोर्स को आगे बढ़ाना पड़ता है या फिर दवाइयां बदलना पड़ती हैं। यह संक्रमण दवाइयां लेने से पूरी तरह ठीक हो जाता है। कई मरीज दवाइयां का कोर्स भी पूरा नहीं करते और बीच में ही दवा लेना छोड़ देते हैं। ऐसे मामलों में टीबी बिगड़ जाता है और बिगड़ा हुआ टीबी गंभीर हो जाता है।

 

यह जल्द ही दूसरे लोगों को भी संक्रमित कर सकता है, इसलिए टीबी के मरीजों को कभी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। टीबी शरीर के किसी भी भाग में हो सकती है। फेफड़ों के अलावा मस्तिष्क, किडनी, बच्चेदानी, हड्डी आदि में भी टीबी हो सकती है।

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