Eating Bad Habits: खाना खाते समय करेंगे ये गलतियां तो पेट की बीमारियां घेरने के लिए तैयार बैठी है"/> Eating Bad Habits: खाना खाते समय करेंगे ये गलतियां तो पेट की बीमारियां घेरने के लिए तैयार बैठी है"/>

Eating Bad Habits: खाना खाते समय करेंगे ये गलतियां तो पेट की बीमारियां घेरने के लिए तैयार बैठी है

HIGHLIGHTS

  1. खाना खाते समय कई लोगों को टीवी या मोबाइल चलाने की आदत होती है।
  2. यदि व्यक्ति का ध्यान खाने पर नहीं होता है तो पाचन प्रक्रिया शुरू नहीं होती है।
  3. शरीर में पानी की कमी होने होने पर भी पाचन से संबंधित समस्या हो सकती है।

Eating Bad Habits। अनियमित दिनचर्या और खानपान में लापरवाही के कारण आजकल अधिकांश लोग पेट से संबंधित समस्याओं से परेशान रहते हैं। कम उम्र में लोगों को पेट बाहर निकलने लगा है और पाचन से जुड़ी दिक्कतें जैसे अपच, गैस, कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्या होने लगी है। ऐसे में खाना खाते समय यदि कुछ आदतों को सुधार लिया जाए तो इन समस्याओं से बचा जा सकता है। इंदौर स्थित अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज के डॉ. अखिलेश भार्गव बता रहे हैं कि खाना खाते इन गलतियों के कारण अधिकांश पाचन संबंधी समस्याएं होती है।

खाना अच्छे से न चबाना

कई लोग खाने को अच्छी तरह से चबाकर नहीं खाते हैं। खाने को अच्छे से चबाकर नहीं खाने के पेट की आंतों को ज्यादा मेहनत करना पड़ती है और कभी-कभी खाना अच्छे से पच नहीं पाता है और इस कारण से पाचन खराब हो जाता है।

आराम से खाएं खाना

खाना खाने में जल्दबाजी नहीं दिखाना चाहिए। जल्दी-जल्दी खाना खाने से शरीर में हवा भी जाती है और इससे पाचन में समस्या आती है। यही कारण है कि खाना खाने के बाद बहुत अधिक डकार भी आती है।

ध्यान खाने में लगाएं, मोबाइल या टीवी में नहीं

खाना खाते समय कई लोगों को टीवी या मोबाइल चलाने की आदत होती है। ऐसा करना भोजन के अपमान के समान होता है। यदि व्यक्ति का ध्यान खाने पर नहीं होता है तो पाचन प्रक्रिया शुरू नहीं होती है। जब हमारा ध्यान खाने पर नहीं होता तो सेलेफिक फेज शुरू नहीं होता। इस वजह से ब्लॉटिंग की समस्या हो सकती है।

खूब पानी पिएं

शरीर में पानी की कमी होने होने पर भी पाचन से संबंधित समस्या हो सकती है। पानी कम पीने के कारण कब्ज, अपच और गैस की परेशानी होती है। दिनभर में करीब 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। नियमित रूप से एक्सरसाइज करना भी फायदेमंद होता है। खाने में फाइबर फूड का इस्तेमाल ज्यादा करना चाहिए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button