Ice Bath से ठीक होती है ये शारीरिक समस्याएं, तापमान को जरूर रखें ध्यान, जानें खास बातें
HIGHLIGHTS
- आइस बाथ करने मांसपेशियां मजबूत होती है।
- इससे चोटिल मसल्स भी तेजी से रिकवर होती है।
- मांसपेशियों में चोट लगने का खतरा कम हो जाता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। हम अक्सर पेशेवर एथलीटों के साथ-साथ सेलिब्रिटीज को बर्फ या बहुत अधिक ठंडे पानी में स्नान करते देखते हैं। फिटनेस के शौकीन लोगों में भी इन दिनों Ice Bath एक ट्रेंड बन गया है। हेल्थ एक्सपर्ट का भी मानना है कि Ice Bath करने से शरीर को स्वास्थ्य संबंधी कई लाभ होते हैं। यहां जानें आइस बाथ क्या होता है और इससे शरीर का क्या-क्या लाभ होते हैं। इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहें हैं फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. देवेन्द्र पाठक।
जानें क्या होता Ice Bath
Ice Bath को बिल्कुल चिल्ड पानी में डुबकी लगाना या क्रायोथेरेपी के रूप में भी जाना जाता है। इस दौरान व्यक्ति 11 से 15 मिनट तक चिल्ड पानी में डूबा रहता है। इस दौरान पानी का तापमान 10 और 15 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है।
मजबूत होती है मसल्स
आइस बाथ करने मांसपेशियां मजबूत होती है। इससे चोटिल मसल्स भी तेजी से रिकवर होती है। मांसपेशियों में चोट लगने का खतरा कम हो जाता है। यदि आप हैवी वर्कआउट के बाद Ice Bath लेते हैं तो इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और सूजन कम होती है।
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार
बर्फ के पानी में नहाने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है। Ice Bath करने से मांसपेशियों में ब्लड फ्लो और ऑक्सीजन डिलीवरी सुधरती है। इसके अलावा Ice Bath करने से मानसिक स्वास्थ्य भी सुधरता है। बर्फ के पानी से नहाने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है। बीमारियों और संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है।