High Blood Pressure: ब्लड प्रेशर को कहा जाता है साइलेंट किलर, कंट्रोल करने के लिए भोजन में शामिल करें ये पोषक तत्व
अनियमित दिनचर्या और तनाव के कारण ब्लड प्रेशर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर कहा जाता है। शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी के कारण भी भी यह समस्या होती है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी समस्या भी बढ़ जाती है।
HIGHLIGHTS
- कई बार बीपी के नहीं दिखते लक्षण
- दवाओं से कंट्रोल हो सकता है बीपी
- करवाना चाहिए नियमित चेकअप
High Blood Pressure हेल्थ डेस्क, इंदौर। लोगों को बीपी और शुगर की बीमारी होना बहुत आम है। बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से भी मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। लोगों में काम का तनाव बहुत है, इस वजह से भी मरीजों की संख्या तेजी के साथ बढ़ रही है। बीपी शुगर साइलेंट किलर बीमारी है। इन्हें इग्नोर न करें।
कई बार लोग बीपी, शुगर को बहुत ही साधारण बीमारी समझ लेते हैं, लेकिन इस बीमारी में लापरवाही बहुत भारी पड़ सकती है। कभी-कभी मरीज में बीपी, शुगर के कोई लक्षण भी नहीं दिखते हैं। जब जांच होती है तब पता चलता है कि बीपी, शुगर है। किसी भी तरह की परेशानी होने पर जांच अवश्य करवाएं।
नहीं है दवा
बीपी, शुगर के लिए ऐसी कोई दवा नहीं बनी, जो जड़ से खत्म कर सकें। दवा खाकर सिर्फ इन्हें कंट्रोल किया जा सकता है। किसी भी तरह की परेशानी होने पर जांच अवश्य करवाएं।
- ये लक्षण देते हैं हाई बीपी के संकेत
- सिर दर्द
- चक्कर आना
- धुंधलापन
- अधिक प्यास और भूख लगना
ये पोषक तत्व करें शामिल
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए भोजन पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। भोजन में मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होना चाहिए। इससे बीपी को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। इससे नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा बढ़ती है और ब्लड वैसल्स को राहत मिलती है।
विटामिन डी शरीर के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। प्रतिदिन सुबह हल्की धूप में बैठने से बॉडी को पर्याप्त विटामिन डी मिलता है। साथ ही आपको भोजन में पनीर, गाय का दूध, सोया दूध और संतरे का रस भी शामिल करना चाहिए।
पोटेशियम शरीर में कोशिकाओं को स्वस्थ रखता है। इसके लिए आप केला, पालक और आलू जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।