World Lung Day Special: स्वच्छता की राह पर चला इंदौर, तो दूर होती गईं श्वास संबंधी बीमारियां
World Lung Day 2024: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की पहचान देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में है। इंदौर को इसके कई प्रत्यक्ष और परोक्ष लाभ हुए हैं। जैसे न केवल यहां की सड़कें साफ हुई हैं, बल्कि धूल-मिट्टी नहीं होने से श्वास के मरीज भी घट गए हैं। विश्व लंग दिवस पर आज पढ़िए इंदौर की सफलता की कहानी।
HIGHLIGHTS
- स्वच्छता का मंत्र अपनाने से इंदौर में प्रदूषण घटा
- हर वर्ष कम हो रही श्वास से जुड़े मरीजों की संख्या
- वहीं, युवाओं में स्मोकिंग की लत ने बढ़ाई चिंता
इंदौर (World Lung Day)। फेफड़ों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और फेफड़ों की बेहतर देखभाल को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक वर्ष 25 सितंबर को विश्व फेफड़ा दिवस (World Lung Day) मनाया जाता है।
देश के सबसे शहर इंदौर में स्वच्छता का लाभ सिर्फ सड़कों पर ही नहीं, नागरिकों के स्वास्थ्य पर भी नजर आने लगा है। इंदौर में धूल, धुएं, गंदगी से होने वाली बीमारियों में कमी आई है। क्योंकि प्रदूषण में सुधार हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग के गैर-संचारी रोग (एनसीडी) के आकड़ों के मुताबिक, इंदौर में क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी)/अस्थमा के वर्ष 2021-22 में 278 मरीज मिले थे। यह संख्या वर्ष 2023-24 में घटकर 150 हो गई है। यानि करीब 50 प्रतिशत मरीजों की संख्या कम हुई है।
युवाओं में स्मोकिंग का चलन बना चिंता का कारण
- सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, श्वास से जुड़े मरीजों की संख्या में हर वर्ष कमी आ रही है। हालांकि, चिंता की बात यह है कि स्मोकिंग करने वाले युवाओं की संख्या बढ़ रही है।
- कई नाबालिग 15 वर्ष की आयु से ही इसकी लत में शामिल हो जाते हैं। इससे उस समय तो समस्या नहीं होती, लेकिन 15 वर्ष बाद यह लत उन्हें दमा का रोगी बना रही है।
- सबसे अधिक अस्थमा के मरीज शासकीय मनोरमा राजे टीबी अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 50 से अधिक मरीज उपचार के लिए आते हैं। इसमें सबसे अधिक अस्थमा, एलर्जी के मरीज आते हैं।
- टीबी के साथ ही निमोनिया, स्वाइन फ्लू सहित श्वास से जुड़े अन्य मरीज भी यहां इलाज के लिए आते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, टीबी के मरीजों को यह ध्यान रखना चाहिए कि इलाज पुरा लें।
स्मोकिंग से दूर रहें लोग
विशेषज्ञों ने युवाओं से अपील की है, स्मोकिंग का असर एक दिन में नजर नहीं आता है। लेकिन यह कुछ वर्षो के बाद हमें बड़ी बीमारी दे सकती है। इसलिए इससे बिल्कुल दूर रहना चाहिए। आजकल हम देखते हैं कि बड़ी संख्या में युवक-युवती इसका सेवन करते हैं। उन्हें अपने भविष्य के लिए इससे दूर रहना चाहिए।