Child Care: बारिश के मौसम में जल्दी बीमार पड़ते हैं बच्चे, पेरेंट्स बिल्कुल न बरतें लापरवाही
मिट्टी और कीचड़ में खेलते हुए वे अपने साथ बैक्टीरिया घर ले आते हैं, जो इस सीजन में बीमारियों का कारण बन सकते हैं। हम इससे बचने के लिए घर से बाहर जाना बंद नहीं कर सकते, लेकिन बैक्टीरिया और जर्म्स पर तो नियंत्रण पा ही सकते हैं। जब भी बच्चे घर से बाहर जाएं उन्हें रेनकोट या छाता दें जिससे वे बारिश में न भीगें।
HIGHLIGHTS
- मच्छर जनित डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियां अधिक हो रही हैं।
- पेरेंट्स बचाव के लिए ध्यान रखें बच्चों को मच्छरों से बचाना चाहिए।
- आसपास कहीं भी साफ या गंदा पानी एकत्रित नहीं होने दें।
हेल्थ डेस्क, इंदौर। Child Care: शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रियंका मालपानी के मुताबिक, वर्षा के दिनों में बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती है। खासकर बच्चे बीमारियों की चपेट में जल्दी आ जाते हैं। इस मौसम में मच्छर जनित और दूषित खानपान से जुड़ी बीमारियां होती हैं।
मच्छर जनित डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियां अधिक हो रही हैं। इससे बचाव के लिए हमें बच्चों को मच्छरों से बचाना चाहिए। ध्यान
मच्छर जनित डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियां अधिक हो रही हैं। इससे बचाव के लिए हमें बच्चों को मच्छरों से बचाना चाहिए। ध्यान रखें कि घर और आसपास कहीं भी साफ या गंदा पानी एकत्रित नहीं होने दें, क्योंकि इसी में मच्छर पनपते हैं।
पेरेंट्स ध्यान रखें ये बातें
स्वजन ध्यान रखें कि बच्चों को पूरी बांह के कपड़े पहनाएं। इसके अलावा घर में साफ-सफाई का भी विशेष तौर पर ध्यान रखें। बच्चों को बार-बार हाथ धोने की आदत डालें। वहीं दूषित खानपान के कारण टाइफाइड, हेपेटाइटिस, हैजा आदि बीमारियां होती हैं।
इससे बचाव के लिए बच्चों को हमेशा पानी उबालकर ही दें। बासी खाना बिलकुल नहीं खाने दें। हमेशा ताजा खाने और ताजा फलों का सेवन करना चाहिए। अपने साथ जैकेट रखें क्योंकि बारिश में कई बार मौसम ठंडा हो जाता है।
समय-समय पर वैक्सीनेशन जरूरी
- यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है। बच्चों का समय-समय पर वैक्सीनेशन भी जरूर करवाते हैं। इससे बीमारियों से बचा जा सकता है।
- खानपान में साफ-सफाई का अच्छे से ध्यान रखें। बाहर का खाने से भी हमें बचना चाहिए।
- इसके बजाय घर के ताजे और पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए।
- यदि हम बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक रहेंगे, तो बीमार होने से बच सकते हैं।
- इस मौसम में ढीली फिटिंग के हल्के कॉटन के कपड़े पहनें, इससे आपकी त्वचा सूखी रहती है।
डिस्क्लेमर
यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।