भारत के दो पड़ोसी देशों में संकट में सरकारें; श्रीलंका में डीजल खत्म, राष्ट्रपति के घर के बाहर हिंसक प्रदर्शन

नई दिल्ली. भारत के दो पड़ोसी देशों पाकिस्तान और श्रीलंका में सरकारें संकट में गिर गई हैं। एक तरफ जहां पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की सत्ता से बेदखली तय मानी जा रही है, वहीं दूसरी ओर श्रीलंका में राजपक्षे सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं। श्रीलंका भयानक आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। आम लोगों का जन-जीवन बेहाल हो गया है।

श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर गुरुवार को उनके आवास के सामने प्रदर्शनकारी जमा हो गए, जिन पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की। श्रीलंका में विदेशी मुद्रा की कमी के कारण ईंधन जैसी आवश्यक चीजों की कमी हो गई है। रसोई गैस की भी कमी हो गई है और बिजली कटौती दिन में 13 घंटे तक की जा रही है।

राजपक्षे परिवार सत्ता के शीर्ष पदों पर काबिज
राष्ट्रपति राजपक्षे के बड़े भाई महिंदा प्रधानमंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं जबकि सबसे छोटे भाई तुलसी के पास वित्त विभाग है। सबसे बड़े भाई चमल कृषि मंत्री हैं जबकि भतीजे नमल खेल के लिए कैबिनेट पद पर हैं। प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि सरकार के कुप्रबंधन के कारण विदेशी मुद्रा संकट और गंभीर हो गया है।

श्रीलंका में विदेशी मुद्रा की भारी किल्लत 
दो करोड़ बीस लाख की आबादी वाले द्वीप देश श्रीलंका आजादी के बाद से सबसे खराब मंदी की चपेट में है। यहां तक ​​कि वहां सबसे आवश्यक वस्तुओं के आयात के लिए भुगतान के लिए भी विदेशी मुद्रा की किल्लत हो गई है। हालात इतने खराब हैं कि गुरुवार को बसों और वाणिज्यिक वाहनों के लिए मुख्य ईंधन डीजल पूरे देश में कहीं भी उपलब्ध नहीं था। अधिकारियों और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, देश में सार्वजनिक परिवहन पंगु बन गया है। एक निवासी ने बताया कि मैं घर नहीं जा पा रहा हूं क्योंकि हमारे इलाके में बैरिकेड्स लगे हैं।

इमरान खान के खिलाफ रविवार को संसद में अविश्वास प्रस्ताव
वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नेशनल असेंबली में बहुमत खोने के बावजूद कहा कि वह इस्तीफा नहीं देंगे और ‘अंतिम गेंद तक खेलेंगे।’ उन्होंने कहा कि वह रविवार को होने वाले अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का सामना करेंगे, जिसमें फैसला होगा कि देश किस दिशा में जाएगा। संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने का संकल्प लेते हुए खान ने कहा कि मैं साजिश के खिलाफ लड़ूंगा और इसे कभी सफल नहीं होने दूंगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button