कड़वी लौकी बन सकती है जहर, उल्टी-डायरिया और पेट दर्द के हो सकते हैं शिकार
लौकी अगर मीठी है तो ये सेहत के लिए वरदान है, लेकिन अगर ये कड़वी हैं तो जहर बन सकती है। इसलिए अगर आप लौकी की सब्जी बना रहे या जूस, उससे पहले इसे चखना न भूलें। अगर लौकी कड़वी है तो उसे तुरंत डस्टबिन डाल दें। कड़वी लौकी सेहत को फायदे की जगह उल्टी, डायरिया, पेट दर्द, फूड पॉइजनिंग का शिकार बना सकती है। यदि कड़वी लौकी खाने या पीने के बाद सेहत में किसी भी तरह का बदलाव या तबियत खराब लगे तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और मोटोपे से निजात पाने के लिए अधिकतर लोग लौकी, आंवला और, एलोवेरा और हल्दी का जूस पीते हैं। कई बार इसमें नींबू भी डाला जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि इतनी सारी चीजों के मिलने से कई बार लौकी की कड़वाहट छुप जाती है और ये फायदे की जगह जहर बन जाता है। ये जूस से उल्टी-दस्त होने लगता है और कई बार लो बीपी के कारण बेहोशी तक आ जाती है।
स्वाद में कड़वी लौकी में कुकरबिटासिन केमिकल होता है। ये शरीर में जाने के करीब 5 मिनट बाद ही असर दिखाने लगता है। ये केमिकल खून के रास्ते लिवर और किडनी तक पहुंचता है। जिससे कि इन ऑर्गन के फेल होने का जोखिम भी रहता है।
स्वाद में कड़वी लौकी में कुकरबिटासिन केमिकल होता है। ये शरीर में जाने के करीब 5 मिनट बाद ही असर दिखाने लगता है। ये केमिकल खून के रास्ते लिवर और किडनी तक पहुंचता है। जिससे कि इन ऑर्गन के फेल होने का जोखिम भी रहता है।
जूस पीने बनाते हुए रखें इस बात का ध्यान
लौकी का जूस बनाने से पहले आपको लौकी को छील कर और धो कर यूज करना चाहिए। इसे पहले काट कर थोड़ा सा चखें। अगर लौकी मीठी हो तभी इसे जूस में इस्तेमाल करें। जूस 100 मिली से ज्यादा नहीं पीना चाहिए। हर व्यक्ति का डायजेस्टिव सिस्टम अलग होता है, इसलिए नियमित रूप से किसी भी चीज का सेवन करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट कर लें। यदि आपको लौकी का जूस सूट नहीं करता, तो इसका सूप पी सकते हैं।
लौकी के फायदे
लौकी में फाइबर, विटामिन बी और पानी भरपूर मात्रा में होता है। इसके सेवन से शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, पाचन तंत्र मजबूत होता है, कब्ज नहीं होता और भूख को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। लौकी का जूस, सूप या सब्जी नियमित रूप से खाने से वजन कम होता है।