तो इन कारणों से महिलाएं नहीं हो पाती गर्भवती, ये कारण हैं जिम्मेदार
नई दिल्ली. इनफर्टिलिटी पूरी दुनिया की आम समस्या है। जिससे महिलाएं और पुरुष दोनों ही प्रभावित होते हैं। 40 प्रतिशत पुरुषों की इनफर्टिलिटी महिलाओं के मां बनने में रोड़ा बनती हैं। वहीं महिलाओं के शरीर की कुछ कमियों और कारणों की वजह से प्रेग्नेंट होने में दिक्कतें आती हैं। हालांकि इन कमियों का सही इलाज मिलने पर आसानी से गर्भधारण किया जा सकता है। तो चलिए जानें कौन से वो कारण हैं जो प्रेग्नेंसी में दिक्कत पैदा करते हैं।
एंडोमेट्रियोसिस
एंडोमेट्रियोसिस की समस्या ज्यादातर 25 से 40 साल की उम्र वाली महिलाओं में दिखती है। जिसकी वजह से उन्हें गर्भधारण में दिक्कते आती हैं। गर्भाशय की आंतरिक परत में बनने वाली एंडोमेट्रियल ऊतक में असामान्य बढ़त होती है जो गर्भाशय के बाहर फैलने लगती है। इस बीमारी का सबसे मुख्य लक्षण माहवारी के समय होने वाला तेज दर्द है। जिसे ज्यादातर लड़कियां बिल्कुल सामान्य मानती हैं। इसके अलावा पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग, संबंध बनाने में दर्द, थकान, चक्कर और कब्ज भी इसके लक्षण हैं। जिसका सही समय पर इलाज किया जा सकता है।
फाइब्रॉयड्स
फाइब्रॉयड्स महिलाओं में होने वाली आम समस्या है। जिससे काफी सारी महिलाएं पीड़ित होती है। फाइब्रॉयड्स की वजह से महिलाओं की प्रेग्नेंसी में दिक्कत आती है।
थायरॉइड
थायरॉइड की वजह से बहुत सारी महिलाओं को प्रेग्नेंसी में दिक्कतें आती हैं। 70 प्रतिशत महिलाएं थायरॉइड की शिकार रहती है। जिसकी वजह से ओवेल्यूएशन और फर्टिलिटी पर फर्क पड़ता है।
फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज
महिलाओं में फैलोपियन ट्यूब बेहद जरूरी है। एग्स और स्पर्म फैलोपियन ट्यूब की मदद से ही ट्रांसमिट होते हैं। जब ट्यूब में ब्लॉकेज हो जाती है तो नेचुरल प्रेग्नेंसी होना मुश्किल हो जाता है।
पीसीओएस
पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिलाओं की एक समस्या है। जिसकी वजह से महिलाओं में ओवेल्यूशन प्रभावित होता है और ओवरी से एग नहीं रिलीज होते।