क्या सोकर उठने के बाद भी शरीर में बनी रहती है थकान, तो ये टिप्स कर सकते हैं आपकी मदद
नई दिल्ली. सोकर उठने के बाद अक्सर शरीर में थकान बनी रहती है, बॉडी में थकान के पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि थकान के ज्यादा बने रहने से शरीर को बहुत सारी समस्यायों का कारण बन सकता है। इस स्थिति को मेडिकल साइंस में क्रोनिक फटीग सिंड्रोम भी कहा जाता है, इसके होने पर बॉडी को बहुत ही ज्यादा थकावट और दर्द महसूस होती है। इसलिए जानिए क्या है क्रोनिक फटीग सिंड्रोम के लक्षण और जानिए इसके उपायों के बारे में भी।
सबसे पहले जानिए कि सुबह उठते ही क्यों होती है थकान
कई बार सोके उठने पर ब्लड प्रेशर बढ़ने या घटने लगता है, जिसकी वजह से आपको घबराहट शुरू हो जाती है, इसकी कमी के कारण आपके रोगों के लड़ने कि क्षमता कमजोर होने लगती है। कई गंभीर बीमारियां जैसे कि डायबिटीज या हाइपरटेंशन भी इन्ही के कारण होता है, अक्सर ये समस्या तब होती है, जब बॉडी में विटामिन डी की कमी रहती हो। इन्हीं कारणों से हड्डियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, जकड़न के जैसी अन्य समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। इन्हीं के कारण शरीर में कमजोरी बढ़ जाती है और व्यक्ति थका हुआ महसूस करता है।
कई बार सोके उठने पर ब्लड प्रेशर बढ़ने या घटने लगता है, जिसकी वजह से आपको घबराहट शुरू हो जाती है, इसकी कमी के कारण आपके रोगों के लड़ने कि क्षमता कमजोर होने लगती है। कई गंभीर बीमारियां जैसे कि डायबिटीज या हाइपरटेंशन भी इन्ही के कारण होता है, अक्सर ये समस्या तब होती है, जब बॉडी में विटामिन डी की कमी रहती हो। इन्हीं कारणों से हड्डियों में दर्द, जोड़ों में दर्द, जकड़न के जैसी अन्य समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है। इन्हीं के कारण शरीर में कमजोरी बढ़ जाती है और व्यक्ति थका हुआ महसूस करता है।
जानिए क्रोनिक फटीग सिंड्रोम के लक्षणों के बारे में
मूड का तेजी से बदलना
सिरदर्द के साथ बॉडी में पेन बने रहना
किसी भी काम पर ठीक से फोकस न कर पाना
मसल्स में सूजन और दर्द का बने रहना
गले में दर्द के साथ लिम्फ नोड्स में सूजन का बने रहना
बुखार के साथ बॉडी पेन होना
शरीर में थकावट का बने रहना और चाल-फेर में दिक्कतें होना
इन लक्षणों से कैसे निजात पाया जा सकता है
– नाश्ते में अखरोट, मूंगफली, बादाम, काजू का भरपूर मात्रा में सेवन करना।
-हरी सब्जियां जब भी खाएं तो इस बात का खासतौर पर ध्यान में रखें कि ये ज्यादा तेल-मसाले में न पकी हों, वहीं इन्हें ज्यादा देर तक न भूनें।
-हरी सब्जियों को उबाले और इसके पानी को भी पियें
-ब्रेकफास्ट में रोटी, दलिया, दही, अंकुरित अनाज आदि को डाइट में शामिल कर सकते हैं, इससे बॉडी को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिलेगा।
– नाश्ते में अखरोट, मूंगफली, बादाम, काजू का भरपूर मात्रा में सेवन करना।
-हरी सब्जियां जब भी खाएं तो इस बात का खासतौर पर ध्यान में रखें कि ये ज्यादा तेल-मसाले में न पकी हों, वहीं इन्हें ज्यादा देर तक न भूनें।
-हरी सब्जियों को उबाले और इसके पानी को भी पियें
-ब्रेकफास्ट में रोटी, दलिया, दही, अंकुरित अनाज आदि को डाइट में शामिल कर सकते हैं, इससे बॉडी को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिलेगा।