प्रदेश के 95 अस्पतालों की जांच में 28 में मिली हैं अनियमितताएं

भोपाल. आयुष्मान योजना में तय पैकेज से ज्यादा राशि लेने, जिस पैकेज के लिए अस्पताल अनुबंधित नहीं है उसके लिए भी मरीज को भर्ती करने और अन्य तरह की गड़बड़ी करने पर प्रदेश भर के 11 अस्पतालों की योजना के तहत संबद्धता खत्म की जाएगी। इसके बाद यह अस्पताल इस योजना के तहत मरीजों का इलाज नहीं कर पाएंगे। आयुष्मान भारत योजना का संचालन करने वाली स्टेट हेल्थ एजेंसी ने इन अस्पतालों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इसके अलावा 17 अन्य अस्पतालों पर भी अलग-अलग कार्रवाई की जाएगी।

एजेंसी ने डाक्टरों की 25 टीमें बनाकर 14 जून को प्रदेश के 95 अस्पतालों की जांच कराई थी। इनमें ज्यादातर वह अस्पताल हैें जिनकी शिकायतें मरीजों की तरफ से मिल रही थीं। आयुष्मान भारत योजना के सीईओ अनुराग चौधरी ने बताया कि जांच में 28 निजी अस्पतालों में अनियमितताएं मिली हैं। इनमें 11 को योजना से असंबद्ध करने, तीन अस्पतालों का आगामी तीन महीने के लिए योजना से निलंबित रखने, नौ को विभिन्न् विषय विशेज्ञता वाले पैकेज से अलग किए जाने और अर्थदंड लगाए जाने के लिए नोटिस जारी किया गया है। कुछ अस्पतालों पर सिर्फ अर्थदंड लगाने की कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश्ा में पहली बार इस योजना के तहत इतनी बड़ी कार्रवाई की जा रही हैै। हाल ही में भ्ाोपाल के वैष्णव अस्पताल में मरीजों को भर्ती किए बिना ही फर्जी तरीके से बिल बनाने का मामला आया था। अस्पताल संचालक पर एफआइआर दर्ज होने के बाद उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया था। इसके बाद ही प्रदेश के 95 अस्पतालों की जांच कराई गई थी।

इस तरह की मिली थी गड़बड़ी

-हितग्राहियों से ज्यादा राशि लेना

— सरकारी अस्पतालों के लिए आरक्षित पैकेज के तहत भी इलाज किया।

–अनावश्यक रूप से मरीजों को आइसीयू और एचडीयू में भर्ती किया।

— जरूरत नहीं होने पर भी मरीजों को भर्ती किया।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button