आंत-किडनियों की सफाई करेगा तरबूज, आयुर्वेद डॉक्टर ने बताए जबरदस्त फायदे

  1. लाल रंग का यह फल हृदय रोग से लेकर कैंसर तक कई पुरानी बीमारियों से बचाने में सहायक है। आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार आपको तरबूज खाने के फायदे बता रही हैं।
    गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंडा रखने और पाने की कमी से बचने के लिए तरबूज सबसे बढ़िया फल माना जाता है। यह मीठा और पानी से भरपूर फल शरीर में उन पदार्थों को फिर से भरने का सबसे बेहतर तरीका है, जो चिलचिलाती धूप में शरीर से निकल जाते हैं। तरबूज में 90% से अधिक पानी है और यह विटामिन सी, विटामिन ए, बी 6 और पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन, फॉस्फोरस, फोलेट और कैल्शियम जैसे खनिजों का एक अच्छा स्रोत है।

    यह रसदार और स्वादिष्ट फल डिहाइड्रेशन से बचाने के अलावा वजन घटाने में भी मदद कर सकता है। तरबूज नैचुरल एंटीऑक्सिडेंट का एक बेहतर स्रोत है। विशेष रूप से यह लाइकोपीन, एस्कॉर्बिक एसिड और साइट्रलाइन जैसे तत्वों का भंडार है। लाल रंग का यह फल हृदय रोग से लेकर कैंसर तक कई पुरानी बीमारियों से बचाने में सहायक है। आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार आपको तरबूज खाने के फायदे बता रही हैं।
    डॉक्‍टर से जानें तरबूज खाने के फायदे
    ​तरबूज के आयुर्वेदिक गुण और लाभ

    रस (स्वाद) – मीठा
    वीर्य (शक्ति)- शीत
    गुरु- पाचन के लिए भारी
    संथारपनो- सभी ऊतकों (धातु) का पोषण करता है
    बल्या – शक्ति में सुधार
    वीर्य विवर्धन – पौरुष बढ़ता है
    पुष्टि विवर्धन – पोषण बढ़ाता है
    दोषों पर प्रभाव- पित्त दोष को संतुलित करता है

    ​तरबूज किन रोगों में फायदेमंद है

    अत्यधिक प्यास से देता है राहत
    थकान को करता है दूर
    शरीर में जलन का अहसास
    पेशाब दर्द से देता है राहत
    मूत्राशय में संक्रमण से राहत
    सूजन और जलन से राहत

    ​तरबूज खाने के नियम

    तरबूज खाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे कम मात्रा में खाएं। भोजन के साथ नहीं खाएं। इसे सुबह 10 से 12 बजे के बीच खाएं। इसके अलावा शाम 5 बजे से पहले खाएं। रात में या भोजन के साथ कभी नहीं खाना चाहिए। डायबिटीज और पाचन संबंधी समस्याओं वाले सभी लोगों को इससे बचना चाहिए।
    ​तरबूज के बीज भी हैं फायदेमंद

    तरबूज के बीज प्रकृति में शीतल, मूत्रवर्धक और पोषक होते हैं। बीज के तेल में लिनोलिक एसिड, ओलिक एसिड, पामिटिक और स्टीयरिक एसिड के ग्लिसराइड होते हैं। इन्हें स्नैक्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्हें सुखाया जाता है, भुना जाता है या आटे में पीसा जाता है।

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