श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके बोले- भारत-चीन के बीच पिसना नहीं चाहते, दोनों देशों से हमारी दोस्ती
श्रीलंका के नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने कहा कि दुख की बात है कि हम एक दिवालिया राष्ट्र हैं। हमारे ऊपर 34 बिलियन यूरो का कर्ज है। गरीबी बढ़ गई है और आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही है। हमारी प्राथमिकता देश को आर्थिक संकट से बचाना है।
HIGHLIGHTS
- श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने कहा कि भारत-चीन दोनों के साथ संबंध महत्वपूर्ण हैं।
- सरकार यूरोपीय संघ और मध्य पूर्व के साथ संबंधों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
- श्रीलंका को आर्थिक संकट से बचाने पर ध्यान केंद्रित करें- राष्ट्रपति दिसानायके।
एजेंसी, कोलंबो। श्रीलंका के नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने कहा कि वे भारत और चीन के बीच फंसकर नहीं रहना चाहते हैं। मोनोकल मैग्जीन को दिए इंटरव्यू में दिसानायके ने कहा, ‘हम पड़ोसी देशों के बीच सैंडविच बनकर नहीं रहना चाहते। हम ना तो दबदबे की होड़ में शामिल होंगे न किसी देश का साथ देंगे।’ भारत और चीन हमारे अच्छे मित्र हैं। भविष्य में हमारी साझेदारी बेहतर होगी।
कर्ज के जाल में फंस गया था श्रीलंका
श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने कहा कि वे यूरोपियन यूनियन, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका से अच्छे रिश्ते रखेंगे। देश की विदेश नीति निष्पक्ष होगी। दरअसल, राजपक्षे की सत्ता में श्रीलंका चीन के कर्ज के जाल में उलझ गया था। 2022 में आर्थिक मंदी के बाद रानिल विक्रमसिंघे ने भारत से रिश्ते सुधारे थे।
भारत के आलोचक रह चुके दिसानायके
अनुरा कुमारा दिसानायके वामपंथी विचारधारा के हैं। इसके अलावा भारत के आलोचक रह चुके हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि अनुरा वैश्विक मुद्दों पर चीन का समर्थन करेंगे। हालांकि उन्होंने प्रेसिडेंट बनने से पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि उनकी विदेश नीति किसी एक देश को समर्थन देने वाली नहीं होगी।
हरिनी अमरसूर्या बनी श्रीलंका की प्रधानमंत्री
राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने हरिनी अमरसूर्या को प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। राष्ट्रपति अनुरा ने पीएम हरिनी को न्याय, शिक्षा, हेल्थ और निवेश मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके अलावा विजिथा हेर्थ और लक्ष्मण निपुनाराच्ची ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली।