Rahul Gandhi Salary: राहुल गांधी ने डोनेट कर दी एक महीने की सैलरी, सरकार से मिलता हैं इतना वेतन और भत्ता
Rahul Gandhi News: राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की एप के जरिए अपना योगदान दे सकते हैं। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सहायता राशि जमा करने के लिए 9 सदस्यों की समिति का गठन किया है। साथ ही एक एप बनाया है।
HighLights
- बाढ़ पीड़ितों के लिए आगे आए राहुल गांधी।
- डोनेशन के लिए कांग्रेस ने एप भी बनाया।
- राहुल की देशवासियों से ऐसा करने की अपील।
डिजिटल डेस्क, इंदौर। Rahul Gandhi News: वायनाड के भूस्खलन पीड़ितों के लिए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने अपने एक महीने की सैलरी दान दे दी है। राहुल ने राशि केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अकाउंट में दान दी है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा
कांग्रेस सांसद ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया है। उन्होंने लिखा कि वायनाड में हमारे भाई-बहनों नें एक विनाशकारी त्रासदी झेली है। उन्हें इस नुकसान से उबरने के लिए हमारे सपोर्ट की जरूरत है। मैंने प्रभावित लोगों के लिए राहत और पुनर्वास प्रयासों में सहायता के लिए अपने पूरे महीने का वेतन दान कर दिया है।
राहुल ने लोगों से की अपील
राहुल ने कहा, ‘मैं सभी भारतीयों से आग्रह करता हूं कि जो भी कर सकते हैं करें। हर छोटी मदद से फर्क पड़ता है। वायनाड हमारे देश का खूबसूरत हिस्सा है। हम साथ मिलकर उन लोगों के जीवन को दोबारा बनाने में मदद कर सकते हैं।’
लोकसभा में विपक्ष के नेता की सैलरी
उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद राहुल गांधी संसद के निचले सदन लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं। राहुल के पास कैबिनेट मंत्री का दर्जा है, जिससे प्रोटोकॉल में उनका स्थान बढ़ गया है। नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल प्रतिपक्ष के तौर पर संसद सदस्यों के वेतन, भत्ते और पेंशन अधिनियम, 1954 की धारा 3 में निर्दिष्ट है। वह बाकी सुविधाएं पाने के हकदार हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को सरकारी भत्ते के साथ 1954 की धारा 8 के तहत निर्दिष्ट समय के लिए निर्वाचन क्षेत्र का भत्ता मिलता है। भत्तों के अलावा राहुल गांधी को कैबिनेट मंत्री तरह निजी स्टाफ मिला है।
1977 के कानून के मुताबिक, बतौर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बिना किराए के भुगतान के सुसज्जित आवास के हकदार है। आवास के रख-रखाव में उन्हें कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।
राहुल गांधी के स्टाफ में एक निजी सचिव, दो अतिरिक्त निजी सचिव, दो सहायक निजी सचिव, एक हिंदी स्टोने, एक क्लर्क, सफाई कर्मचारी और चतुर्थ श्रेणी के चार कर्मचारी है। राहुल को दो लाख तीस हजार रुपये सैलरी हर महीने मिलती है।