Child Care In Monsoon: बारिश में बच्चे अब भी खा रहे बाहर का खाना, तो हो जाएं सावधान… घेर लेंगी ये गंभीर बीमारियां

बारिश में बच्‍चे जल्‍दी बीमार हो जाते हैं। ऐसे में उनकी हेल्थ पर खास ध्‍यान देने की जरूरत होती है। विशेष तौर पर उनके खानपान को लेकर सतर्क रहना चाहिए। गलत खानपान की आदत बच्चों को बीमार कर सकती है। आहार विशेषज्ञ शिल्पी गोयल से समझते हैं बारिश के मौसम में बच्चों की डाइट में क्या शामिल करना चाहिए।

HIGHLIGHTS

  1. बच्चों की हेल्थ के लिए सही आहार जरूरी
  2. पौष्टिक आहार से बच्चों की होती है ग्रोथ
  3. डाइट में फल और सब्जियां करें शामिल

Child care in Rain हेल्‍थ डेस्‍क, इंदौर। बारिश का मौसम कई बीमारियों को अपने साथ लाता है। खास तौर पर बच्चे इस मौसम में ज्यादा बीमार होते हैं। इस मौसम में 5 से 15 साल तक के बच्चों के लिए सही आहार जरूरी है। जब बच्चा पौष्टिक आहार लेगा तो वह शारीरिक और मानसिक रूप से ग्रोथ करेगा।

आजकल बच्चों को घर के बजाय बाहर का तला भुना ज्यादा पसंद है। बारिश का मौसम ऐसा होता है कि थोड़ा सा भी खराब खाना सेहत को भारी नुकसान पहुंचा सकता है। यहां बताते हैं बारिश में बच्‍चों की सेहत के प्रति किस तरह से ध्‍यान देना चाहिए।

हरी सब्जियां-फल खिलाएं

बाहर के पिज्जा, बर्गर, मोमोज के बदले घर पर बनाएं पौष्टिक आहार बच्चों को लंच बॉक्स में दे सकते हैं। बच्चों की डाइट में डेयरी प्रोडक्ट्स के साथ हरी सब्जियां, फल और नट्स शामिल करें।

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जूस पिलाएं

बच्चों को बारिश में भीगने से बचाएं और उन्हें घर में फलों और सब्जियों का जूस पिलाएं। हेल्दी लाइफस्टाइल से बच्चे बीमारियों से बचेंगे और हेल्दी रहेंगे। फिल्टर, आरओ या फिर उबालकर ठंडा किए हुए पानी का ही सेवन करें। बासी भोजन, कटे और खुले फल और सब्जियां खाने से परहेज करें।

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साफ-सफाई वाले स्‍थान पर खाएं

बाहरी खाना खाते-पीते समय ध्यान रखें कि वहां साफ-सफाई की उचित व्यवस्था हो। अगर आप अपने बच्चे को बारिश के मौसम में बीमारियों से बचाना चाहते हैं तो लहसुन, हल्दी, करेला, दाल, काढ़ा आदि को उसकी डाइट में जरूर शामिल करें।

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नियमित एक्सरसाइज करवाएं

मानसून में बीमारियों से बचने के लिए बच्चों को एक्सरसाइज की आदत डलवाएं। बारिश के कारण अगर बच्चा बाहर खेलने न जा सके तो घर में ही उसे एक्सरसाइज करवाएं। एक्सरसाइज से बच्चों का शरीर फिट रहता है और बच्चा एक्टिव रहता है।

डिस्क्लेमर

यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

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