बारिश के मौसम में बैक्टिरिया व वायरस लेकर आते हैं बीमारियां, डॉक्टर से जानें इससे बचने के तरीके
बारिश का मौसम बैक्टीरिया व वायरस को बढ़ने में मदद करता है। ऐसे में कई लोग बारिश के मौसम में बीमारियों से परेशान रहते हैं। जेपी अस्पताल के शिशुरोग विशेषज्ञ डा. पीयूष पंचरत्न ने इस मौसम में बचाव के तरीके बताए हैं।
HIGHLIGHTS
- बारिश के मौसम में बीमारियां करती हैं परेशान।
- बारिश के मौसम में बैक्टीरिया व वायरस करते हैं परेशान।
हेल्थ डेस्क, इंदौर। गर्मी के बाद जैसे ही बारिश का मौसम आता है, वैसे ही बीमारियों का सीजन शुरू हो जाता है। बैक्टीरिया और वायरस को पनपने के लिए बढ़ता तापमान और उमस जरूरी होता है, इसलिए यह मौसम स्वास्थ्य के लिए परेशानी लेकर आता है। बारिश होने पर बैक्टीरिया, वायरस और मच्छर भी बढ़ने लगते हैं। खराब पानी का सेवन करने से डायरिया की समस्या भी बढ़ जाती है, इसलिए बच्चों को सुरक्षित रखने की जरूरत है। जेपी अस्पताल के शिशुरोग विशेषज्ञ डा. पीयूष पंचरत्न ने इस आर्टिकल में इससे बचने के तरीके बताए हैं।
अपने घर में मच्छरों को पनपने नहीं दें। बच्चों को पूरी बांह के कपड़े पहनाएं। मच्छरदानी का उपयोग करें। घर में पानी की निकासी रखें।
सवाल- मेरा बेटा आठ साल का है। उसे काफी दिनों से खुजली की समस्या हो रही है। रमेश शर्मा, कोलार
जवाब- बचपन में खुजली मुख्य रूप से त्वचा रोगों से जुड़ी होती है। ऐसी स्थिति को एक्जिमा कहा जाता है, इसलिए खून की जांच, त्वचा बायोप्सी की जांच कराएं।
सवाल- मेरी बेटी 12 साल की है। उसे चेहरे में फुंसी और बाल झड़ने की समस्या है। हेमा रानी, सलैया
जवाब- कम उम्र में बाल झड़ने की समस्या को एलोपेसिया एरीटा कहा जाता है, इसलिए आयरन से भरपूर सब्जियों का सेवन कराएं। इस उम्र में चेहरे पर फुंसी होने लगती है। दिन में दो बार मुहं धोने के लिए कहें और आयली खाना कम खिलाएं।
सवाल- मेरा बेटा 10 साल का है और कम खाना खाता है, जिससे उसका वजन नहीं बढ़ रहा। अनामिका राय, कटारा हिल्स
जवाब- सुबह और शाम को बी काम्प्लेक्स सीरप दें। बच्चे को थोड़ी देर में चार से पांच बार खाने को जरूर दें। उसे वो ही खिलाएं, जो वह पंसद करता है। जंक फूड ना दें बल्कि सभी प्रकार की सब्जियां खिलाएं।
सवाल- मेरी बेटी तीन साल की है और कमजोर है। शालिनी गुप्ता, कटारा हिल्स
जवाब- उसे आयरन कमी हो सकती है, इसलिए सप्लीमेंट देने की आवश्यकता है। अगर, बच्ची दूध पी रही है तो एक दिन में छह बार दूध पिलाएं। ताजे फल, जूस का सेवन कराएं। सब्जियां खिलाएं और केले का सेवन कराएं।
सवाल- मेरी बेटी तीन साल की है। उसे बुखार और उल्टी हो रही है। -वर्षा विश्वकर्मा, चांदबढ़
जवाब- उसे बाहर जाने से रोकें। बुखार का तापमान जाचें। अपने नजदीकी डॉक्टर को जाकर दिखाएं। डाक्टर की लिखी दवाइयों का समय पर सेवन कराएं।
सवाल- मेरा बेटा साढ़े तीन साल का है। उसे बार-बार लूज मोसन हो रहे हैं। प्रणीत भटनागर, जवाहर चौक
जवाब- अगर, आपका बेटा बोटल से दूध पीता है, तो उसे बंद करें। हम बोटल को कितना भी धो लें उसके बैक्टीरिया कभी नहीं मरते हैं। उबले पानी में ज्यादा समय तक बोटल को रखें। सबसे जरूरी है कि उसे बोटल की जगह चम्मच, कटोरी या गिलास की मदद से दूध पिलाएं।