World Mental Health Day 2023: मेंटल हेल्थ की समस्या होने से पहले शरीर देता ये संकेत, बिल्कुल न करें अनदेखी
HIGHLIGHTS
- अधिकांश मानसिक बीमारियों में दवाओं व काउंसलिंग के जरिए ही राहत मिल जाती है।
- मानसिक अवसाद होने पर मरीज को कई शारीरिक अनुभव हो सकते हैं।
- शुरुआत में बेचैनी, थकावट, मांसपेशियों में खिंचाव, अत्यधिक नींद आने में समस्या हो सकती है।
World Mental Health Day 2023। अनियमित जीवनशैली, खानपान में लापरवाही और भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण अधिकांश लोग आजकल शारीरिक समस्याओं के साथ-साथ मानसिक तनाव से भी जूझ रहे हैं। मानसिक तनाव के लक्षणों को शुरुआत में अगर अनदेखा किया जाए तो भविष्य में परेशानी बढ़ सकती है। मानसिक बीमारियों के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 10 अक्टूबर को World Mental Health Day मनाया जाता है। इंदौर के मनोचिकित्सक डॉ. वीएस पाल यहां मानसिक बीमारियों के शुरुआती लक्षणों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
काउंसलिंग से भी मिलती है राहत
मनोचिकित्सक डॉ. वीएस पाल के मुताबिक, अधिकांश मानसिक बीमारियों में दवाओं व काउंसलिंग के जरिए ही राहत मिल जाती है। मानसिक अवसाद होने पर मरीज को कई शारीरिक अनुभव हो सकते हैं। शुरुआत में बेचैनी, थकावट, मांसपेशियों में खिंचाव, अत्यधिक नींद आने में समस्या हो सकती है। आमतौर पर लोग इन लक्षणों की अनदेखी कर इन्हें सामान्य लक्षण समझ लेते हैं, लेकिन मानसिक तनाव बढ़ने के साथ लोग अवसाद से ग्रस्त हो जाते हैं। कई बार लोग इतने परेशान हो जाते हैं कि आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा लेते हैं।
इन बातों की रखें सावधानी
मानसिक तनाव होने पर सबसे पहले जीवन शैली में बदलाव करना चाहिए। संतुलित व स्वस्थ आहार लेने के साथ-साथ नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए। इसके अलावा भरपूर पानी पीना चाहिए। इससे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार आता है। कई बार नींद पर्याप्त मात्रा में नहीं लेने से भी मानसिक तनाव बढ़ता है। रोज कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेना चाहिए। तनाव कम करने के लिए रोज ध्यान, मेडिटेशन, योग, शारीरिक व्यायाम करना चाहिए।
डिसक्लेमर
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