Stomach Cancer: पेट से जुड़ी इन समस्याओं को बिल्कुल भी न करें इग्नोर, हो सकते हैं कैंसर के लक्षण

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Stomach Cancer: पेट से जुड़ी इन समस्याओं को बिल्कुल भी न करें इग्नोर, हो सकते हैं कैंसर के लक्षण

अगर पेट का कैंसर गंभीर स्थिति में पहुंच जाए, तो इसका ठीक होना बहुत मुश्किल हो जाता है। पेट के कैंसर की लास्ट स्टेज 4 कैंसर या मेटास्टैटिक कैंसर कहलाती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, पेट के कैंसर की आखिरी स्टेज होने पर व्यक्ति कुछ ही साल जी पाता है।

HIGHLIGHTS

  1. कैंसर की लास्ट स्टेज होने पर शरीर में होते हैं कई बदलाव।
  2. समय रहते ही कर लेनी चाहिए इन लक्षणों की पहचान।
  3. कैंसर के इलाज के लिए किया जाता है कई तकनीकों का इस्तेमाल।

हेल्थ डेस्क, इंदौर। Stomach Cancer: कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो अगर लास्ट स्टेज तक पहुंच जाए, इसका बचाव संभव नहीं माना जाता है। पेट का कैंसर भी काफी गंभीर बीमारी है। माना जाता है कि पेट के कैंसर की लास्ट स्टेज बहुत ही घातक होती है। अगर शुरुआती लक्षणों से ही इस कैंसर का पता लग जाए, तो परेशानियों से बचा जा सकता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि जब पेट के कैंसर की लास्ट स्टेज होती है, तो किस तरह के लक्षण नजर आते हैं। इस बात की जानकारी Onlymyhealth ने Positron Super Speciality and Cancer Hospital, Rohtak में Sr. Medical Oncologist डॉ. मनीष शर्मा से बातचीत कर शेयर की है।

 

नजर आने लगते हैं ये लक्षण

 

पेट के कैंसर की आखिरी स्टेज होने पर व्यक्ति मुश्किल से 5 साल तक जी पाता है। यह भी उचित इलाज और डॉक्टर की सलाह पर ही निर्भर करता है। पेट में दर्द, मतली और उल्टी, भूख न लगना, अनजाने में वजन कम होना, पेट में दर्द, थोड़ा-थोड़ा खाने के बाद पेट भरा हुआ महसूस होना, सीने में जलन, अपच, खून के साथ, उल्टी होना, पेट में सूजन, मल में खून आना, थकान, कमजोरी होना, पीलिया, आंखें और स्किन का पीला पड़ जाना कैंसर की लास्ट स्टेज में दिखाई देने वाले लक्षण हैं।

 

 

कीमोथेरेपी

 
 

आमतौर पर पेट के कैंसर के इलाज के लिए कई तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है। कीमोथेरेपी कैंसर की चौथी स्टेज में दी जाती है। कीमोथेरेपी की मदद से ट्यूमर को कम किया जा सकता है। यह कैंसर को फैलने से रोकता है। इसके साथ-साथ मेडिसिन भी जारी रहती है, जो कैंसर पर काबू पाने की कोशिश करती है।

 

 

सर्जरी करना

 

कैंसर की चौथी स्टेज में सर्जरी भी की जाती है। सर्जरी की मदद से लक्षणों को नियंत्रित किया जाता है, कोशिकाओं को बढ़ने और कैंसर को फैलने से रोका जाता है। सर्जरी विभिन्न प्रकार की होती है। सर्जरी का प्रकार मरीज की स्थिति पर निर्भर करता है।

 

रेडिएशन थेरेपी

 

कैंसर की लास्ट स्टेज में रेडिएशन थेरेपी भी की जाती है। कभी-कभी कैंसर रोगियों को सिर्फ रेडिएशन थेरेपी ही दी जाती है। कभी-कभी यह कीमोथेरेपी के साथ भी दिया जाता है। यह निर्णय डॉक्टर द्वारा किया जाता है।

 

डिस्क्लेमर

यह लेख सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा डॉक्टर्स की सलाह जरूर लें। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

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