Iodine Deficiency: घातक परिणाम दे सकती है आयोडीन की कमी, ये आयुर्वेदिक उपाय देते हैं जल्द राहत
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां की बात करें तो आप गुग्गुल और अश्वगंधा का भी सेवन कर सकते हैं। इनके सेवन से थायराइड फंक्शन तेजी से काम करता है।
HIGHLIGHTS
- आयोडीन शरीर में मेटाबॉलिज्म के साथ-साथ शरीर के विकास को भी नियंत्रित व प्रभावित करता है।
- बच्चों में आयोडीन की कमी के काफी दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
- शरीर को तंदुरुस्त रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना बेहद जरूरी है।
लाइफस्टाइल डेस्क, इंदौर। अनियमित दिनचर्या और खानपान में लापरवाही के कारण आजकल कई लोगों को आयोडीन की कमी हो जाती है। ऐसे में शरीर को तंदुरुस्त रखने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा कुछ आयुर्वेदिक टिप्स भी आयोडीन की कमी को तेजी से पूरा करते हैं। इस बारे में ज्यादा जानकारी दे रहे हैं इंदौर स्थित अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज के डॉ. अखिलेश भार्गव।
आयोडीन की कमी का असर
डॉ. अखिलेश भार्गव के मुताबिक, आयोडीन की कमी के कारण थायराइड व गले में घेंघा रोग होने की आशंका बढ़ जाती है। आयोडीन शरीर में मेटाबॉलिज्म के साथ-साथ शरीर के विकास को भी नियंत्रित व प्रभावित करता है। विशेषकर बच्चों में आयोडीन की कमी के काफी दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
इन चीजों का करें सेवन
शरीर में आयोडीन की पर्याप्त आपूर्ति के लिए समुद्री शैवाल, समुद्री घास, सब्जियों का सेवन करना चाहिए। ये आयोडीन के प्राकृतिक स्रोत होते हैं। आयोडीन युक्त मिट्टी में उगाए गए फलों और सब्जियों को भी आप डाइट में शामिल कर सकते हैं। इससे आयोडीन की कमी तेजी से पूरी होती है।
गुग्गल और अश्वगंधा का सेवन
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां की बात करें तो आप गुग्गुल और अश्वगंधा का भी सेवन कर सकते हैं। इनके सेवन से थायराइड फंक्शन तेजी से काम करता है। इसके अलावा रोज शरीर को डिटॉक्स करने पर भी काम करना चाहिए। ऐसा करने से भी थायराइड फंक्शन बेहतर काम करता है।
हार्मोनल बदलाव
आयुर्वेद में मन और तन के साथ तालमेल बैठाने के लिए ध्यान क्रियायों का भी महत्व बताया गया है। ध्यान या प्राणायाम करने से भी शरीर के हार्मोन बैलेंस बना रहता है। वहीं पाचन को ठीक रखने के लिए फाइबर फूड्स का सेवन ज्यादा करना चाहिए।