हत्या के बाद भड़की हिंसा : बर्दवान का गलसी भी क्या बीरभूम जिले के रामपुरहाट की राह पर ?
बर्दवान/पानागढ़ : पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्दवान जिले के गलसी में लोया रामगोपालपुर पंचायत का संतोषपुर गांव सोमवार की देर रात हिंसा की आग में भड़क गया. हत्या में मारे गए उत्पल घोष का मृत देह पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचते ही गांव में हिंसा का रूप धारण कर लिया. बीरभूम जिले के रामपुरहाट की बागतुई की राह पर ही संतोषपुर गांव हत्या में शामिल मनोज घोष और उसके रिश्तेदारों के घर पर मृतक के परिवार और पाडा के लोगों ने हमला कर दिया. हत्या मामले में गिरफ्तार मनोज घोष और उनके रिश्तेदारों के घर मे मौजूद एक कार बाइक और ट्रैक्टर को आग लगाकर फूंक दिया गया. इसके साथ ही तीन से चार घरों में जमकर तोड़फोड़ चलाया गया. देखते ही देखते समूचा गांव रणक्षेत्र में बदल गया.
कुदाल से प्रहार कर नृशंस हत्या
बताया जाता है कि मछली व्यवसायी उत्पल घोष की रविवार रात कुदाल से प्रहार कर नृशंस हत्या कर दी गई थी. एक शख्स ने उसे खास जरूरत के हिसाब से घर से बुलाया और ले गया था. उसके बाद, स्थानीय लोगों ने परिवार को बताया कि रास्ते पर उत्पल घोष का रक्त रंजित अवस्था मे मृत देह बरामद किया गया था. मृत देह के पास ही कुदाल पाया गया था. सोमवार देर रात को पोस्टमार्टम के बाद पूरा इलाका आग की लपटों में घिर गया. पुलिस ने सोमवार को ही शिकायत के आधार पर पड़ोसी मनोज घोष को गिरफ्तार कर लिया था. आक्रोशित भीड़ ने मनोज घोष के घर पर हमला बोल दिया. मनोज के घर मोटरसाइकिल में आग लगा दी. साथ ही सारा सामान भी बर्बाद कर दिया है. आग लगा दी गई. इसके अलावा एक मारुति कार और मनोज घोष के ,रिश्तेदार के घर में आग लगा दी गई. धृत के चाचा हराधन घोष के घर में दो ट्रैक्टरों और एक धान के ढेर में आग लगा दी गई. संतोषपुर में बागतुई गांव का साया देखा गया.
भारी संख्या में पुलिस और रैफ को उतारा गया
रात में ही भारी संख्या में पुलिस और रैफ गांव में उतारा गया तथा परिस्थिति को नियंत्रित किया गया गांव में ही रात भर पुलिस की टहलदारी चलाई गई.घटना को लेकर पूर्व बर्दवान जिला पुलिस अधीक्षक कामनाशीष सेन ने बताया कि हत्या के बाद ही आरोपी मनोज घोष को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था इसके बाद भी मृतदेह गांव पहुंचने के बाद देर शाम जिस तरह से हिंसा भड़की हम उसके दोषियों को नहीं बख्शेगे .हिंसा तथा आगजनी करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा.उन्होंने कहा कि मामले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
भारी पुलिस बल मौके पर तैनात
पुलिस सूत्रों ने बताया की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल मौके पर उतारा गया. दमकल को बुलाया गया. एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. पूर्व बर्दवान के पुलिस अधीक्षक कामनाशीष सेन भी देर रात मौके पर पहुंचे . हालांकि, पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अगर किसी ने कानून अपने हाथ में लिया तो पुलिस उसे रिहा नहीं करेगी. मृतक उत्पल घोष की पत्नी ने कहा, मैं चाहता हूं कि दोषी को फांसी हो. उन्होंने दावा किया कि उनके परिवार की संपत्ति उनके नाबालिग बेटे के नाम पर लिखी जानी चाहिए.उन्होंने यह भी कहा कि उस परिवार का कोई भी व्यक्ति संतोषपुर में नहीं रह सकता है. दिवंगत उत्पल घोष की पत्नी सख्त पुलिस हस्तक्षेप की मांग कर रही थी.
क्या कारण था हत्या का
पुलिस ने बताया कि हत्या के पीछे जो कारण निकल कर आया है मालूम होता है कि मनोज घोष उत्पल घोष की पत्नी को परेशान करता था. इसका उत्पल ने विरोध किया .आरोप है कि मनोज घोष ने उसे फोन किया और बेरहमी से उसकी हत्या कर दी.
गौरतलब है कि बीरभूम जिले के रामपुरहाट बागतु
कांड में तृणमूल नेता भादू शेख की हत्या के बाद एक के बाद एक दस घरों में आग लगा दी गई थी . आरोप है कि हत्या की साजिश रची गई थी .बागतुई की राह पर गलसी का संतोषपुर गांव भी जा रहा था लेकिन पुलिस ने तत्काल परिस्थिति को नियंत्रित कर लिया हालांकि इसके बाद भी कई वाहनों पर आग लगा कर फूंक दिया गया तथा घरों में तोड़फोड़ किया गया .धान जला दिए गए. आतंकित भयभीत मनोज घोष के परिवार के लोग गांव छोड़कर भाग गए हैं. पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि आगजनी के दौरान घर में कोई नहीं था. पुलिस पूरे इलाके में गश्त कर रही है. हालांकि पुलिस की गश्त के बावजूद इतनी बड़ी आग या घर पर हमला कैसे हुआ यह सवाल भी उठने लगा है?