‘प्यार अगर पैंट है तो दोस्ती चड्डी है…’, धमाकेदार हैं दोस्ती पर ये 31 डायलॉग्स

मुंबई .

अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। ऐसे में आज फ्रेंडशिप डे के खास मौके पर धीरे धीरे सोशल मीडिया पर इसका सुरूर दिखने लगा है। सोशल मीडिया यूजर्स अपने दोस्तों को बता रहे हैं कि वो उनके लिए कितने स्पेशल हैं। वैसे बॉलीवुड में भी कई फिल्में हैं, जो दोस्ती बयां करती हैं। वहीं इसके अलावा ढेर सारे ऐसे डायलॉग्स भी हैं, जो दोस्ती के अलग अलग मूड्स पर सटीक बैठते हैं। आज के खास दिन पर आपको बताते हैं ऐसे ही 31 डायलॉग्स…

– दोस्त फेल हो जाए तो दुख होता है… लेकिन दोस्त फर्स्ट आ जाए तो ज्यादा दुख होता है। (3 इडियट्स)
– प्यार दोस्ती है… अगर वो मेरी सबसे अच्छी दोस्त नहीं बन सकती, तो मैं उससे कभी प्यार कर ही नहीं सकता… क्योंकि दोस्ती बिना तो प्यार होता ही नहीं… सिंपल प्यार दोस्ती है। (कुछ कुछ होता है)
– बड़ी दुविधा थी, दोस्त को संभालते या दोस्त की मां के आंसू पोंछते… फिर हमने सोचा, हटाओ यार मटर पनीर पर कंसन्ट्रेट करते हैं। (3 इडियट्स)
– प्यार में जूनून है पर दोस्ती में सुकून है। (ऐ दिल है मुश्किल)
– अजीब कहानी है प्यार और दोस्ती के रिश्ते की… प्यार हमारा हीरो, दोस्ती हमारी हीरोइन। (ऐ दिल है मुश्किल)
– दोस्ती की है, निभानी तो पड़ेगी। (मैंने प्यार किया)
– एक लड़का और लड़की कभी दोस्त नहीं होते। (मैंने प्यार किया)
– सच्चे दोस्त वही होते हैं… जो अच्छे वक्त में आपकी बजाते हैं… और जब मुश्किल वक्त आता है तो वो ही छिछोरे आपके दरवाज़े पर खड़े नज़र आते हैं। (छिछोरे)
– पता नहीं क्या जादू है कॉलेज लाइफ में, जहां अनजाने मिलते हैं और दोस्त बन जाते हैं… ज़िंदगी भर के लिए… और ऐसे-वैसे दोस्त नहीं… कुत्ते दोस्त। (छिछोरे)
– दोस्त जिनके साथ आप हंसते हैं, रोते हैं, पर ज़िंदगी जीना सीखते हैं…। (छिछोरे)
– देखो भइया, दोस्ती का थोड़ा आटा लेते हैं… इसमें प्यार का पानी मिलाते हैं… फिर गूंथते हैं… फिर दिल के चूल्हे पर रखकर पकाते हैं.. तब जाकर ऐसा रोटी बनता है… कोई मज़ाक है क्या। (याराना)
– एक दोस्त ने एक दोस्त को यूं पीटा… तन की शक्ति, मन की शक्ति सेनोरीटा। (चश्मे बद्दूर)
– जो दोस्त कमीने नहीं होते हैं… वो कमीने दोस्त नहीं होते (हीरोपंती)
– राह चलते बुद्धू बनाते हैं दोस्त… कोल्डड्रिंक बोल के दारू पिलाते हैं दोस्त… गर्लफ्रेंड बोल के आंटियों से मिलवाते हैं दोस्त… कितने भी कमीने हों, पर याद बहुत आते हैं दोस्त। (यारियां)
– दोस्ती की भाषा सबसे अलग होती है, वो सिर्फ दिल की बात सुनती है। (पाठशाला)
– दोस्ती वो होती है जो जीना सिखाती है मरना नहीं (एनीबडी कैन डांस)
– दोस्ती का एक उसूल होता है मैडम, नो सॉरी नो थैंक्यू। (मैंने प्यार किया)
– सच्चे दोस्त आंसुओं की तरह होते हैं, यहां दिल उदास हुआ वहां वो आ गए। (वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई दोबारा)
– अपनी दोस्ती टायर और ट्यूब जैसी है, हवा तेरी निकलती है और बैठ मैं जाता हूं। (वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई दोबारा)
– पुरानी शराब की तरह पुरानी दोस्ती का भी अजब ही नशा है। (देस- परदेस)
– दो दोस्त एक प्याले में चाय पिएंगे, इससे दोस्ती बढ़ती है। (अंदाज़ अपना- अपना)
– बद्तमीज़, खद्दर की कमीज़, लोहे का पजामा, बन्दर तेरा मां… अरे बिल्ली तेरी मौसी कुत्ता तेरा यार, आम का अचार… आजा मेरे यार। (मुझसे शादी करोगी)
– कभी- कभी दोस्ती मोहब्बत की जगह ले लेती है… और फिर मोहब्बत के लिए जगह ही नहीं रहती। (कभी अलविदा न कहना)
– प्यार का पहला कदम दोस्ती है और आखिरी भी। (कल हो न हो)
– हीरो क्या होता है? … प्यार के लिए लड़ने वाला, दोस्ती के लिए मरने वाला…किस्मत से फकीर पर हिम्मत से भरा हुआ… शरीफ आदमी (वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई दोबारा)
– चाहे मर जाएं हम फिर भी मरहम लगाकर जाएंगे। दोस्त के दिल से उतर कर नहीं, दोस्त के दिल में उतर के जाएंगे। (चश्मे बद्दूर)
– प्यार अगर पैंट है तो दोस्ती चड्डी है, पैंट अगर फट भी जाए तो चड्ढी इज्जत बचा लेती है। (चश्मे बद्दूर)
– हर दोस्ती में एक हद होती है जो नहीं पार करनी चाहिए। (दिल चाहता है)
– या तो अब देस्त जिताएगा, या फिर ठीक है… सोनू-टीटू भी औरों की तरह 3 महीने में एक बार मिल लिया करेंगे… बर्थडेज़ पर कॉल कर लिया करेंगे… दारू पीकर अपनी दोस्ती के किस्से सुन लिया करेंगे। (सोनू के टीटू की स्वीटी)
– एक बात बताऊं? दोस्ती और लड़की में हमेशा लड़की जीतती है। (सोनू के टीटू की स्वीटी)
– दोस्ती पानी है और पैसा तेल… दोनों को कभी मिक्स नहीं करते। (राजा नटवरलाल)

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